निदेशक की हत्या से निवेशकों की पूंजी डूबने का खतरा
शेखपुरा। शुक्रवार की देर शाम जिला के चादी गाव निवासी तथा एक चिटफंड कंपनी के निदेशक सियाराम प्रसाद की
शेखपुरा। शुक्रवार की देर शाम जिला के चादी गाव निवासी तथा एक चिटफंड कंपनी के निदेशक सियाराम प्रसाद की लखीसराय में गोली मारकर हत्या का दी गई। प्रसाद अपनी बाइक से लखीसराय से शेखपुरा लौट रहे थे। यह घटना लखीसराय जिला के रामगढ़ थाना क्षेत्र में नदियावां तथा बिहटा गाव के पास हुई। रामगढ़ थाना की पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर जाच शुरू कर दिया है। सियाराम प्रसाद पहले शहर के सतबिगही मोहल्ले में किराये का मकान मे रहता था। पिछले एक सप्ताह पहले ही उसने यहा के इस किराये के मकान को खाली कर दिया था तथा कहीं गुप्त स्थान पर रह रहा था। गुप्त स्थान पर इस लिए रह रहा था कि चिटफंड कंपनी में जमा पैसे की माग करने के लिए रोज दर्जनों लोग उसे खोजने आते थे। इसी को लेकर पिछले महीने 18 जुलाई को दर्जनों निवेशकों ने सियाराम प्रसाद के स्थानीय किराये के आवास का घेराव भी किया था। अब प्रसाद की हत्या के साथ ही जिला के सैकड़ों निवेशकों का करीब चार करोड़ रुपया के भी डूबने का खतरा खड़ा हो गया है। यहां स्थानीय स्तर पर मिल रही जानकारी के अनुसार सियाराम पहले एलआइसी का काम करता था। बाद में वह चिटफंड कंपनी इंसास इंडिया इण्डस्ट्रीज लिमिटेड से जुड़कर उसका स्थानीय निदेशक बन गए। ढाई साल में दोगुना व दस साल में सात गुना पूंजी करने का प्रलोभन देकर सैकड़ों लोगों से करीब चार करोड़ की राशि अपनी कंपनी में जमा कराया, बाद में डेढ़ साल पहले उसकी यह चिटफंड कंपनी अचानक बंद हो गई। इस चिटफंड कंपनी के बाद होने के बाद निवेशक अपनी पूंजी वापस लेने के लिए रोज सियाराम के घर का चक्कर लगा रहे थे। इसी को लेकर पिछले महीने 18 जुलाई को उसके स्थानीय आवास का लोगों ने घेराव किया था। इसके बाद पिछले सप्ताह उसने स्थानीय घर को खाली करके कहीं अन्यत्र चला गया था।