बेरोजगारी बढ़ने से 180 लाख लोग पलायन : राजीव
संवाद सूत्र, एकंगरसराय (नालंदा) : बिहार में गरीबी और बेरोजगारी में लगातार इजाफा के कारण लोगों का दूस
संवाद सूत्र, एकंगरसराय (नालंदा) : बिहार में गरीबी और बेरोजगारी में लगातार इजाफा के कारण लोगों का दूसरे राज्यों में पलायन बड़ी तेजी से बढ़ रही है। मार्च 2015 तक एक सौ अस्सी लाख से अधिक लोग दूसरे प्रदेशों में रोजगार के लिए पलायन कर गए। विधायक राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में हर गांव में 15 से 18 प्रतिशत घरों में ताला लगा हुआ है। हर दिन गांव में ताला लगने का सिलसिला जारी है। दूसरी ओर बिहार में विधि-व्यवस्था के कारण दहशत का माहौल है। बिहार में अपहरण, हत्या, चोरी, डकैती में लगातार वृद्धि हो रही है। खासकर महिलाओं को इसका परिणाम शाम होते ही भुगतना पड़ता है। बिहार सरकार की खराब नीति अधिक शराब बेचो अधिक कमाओ, अशोभनीय है। तीसरा महत्वपूर्ण मुद्दा पलायन का चरमराती शिक्षा नीति है। सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ाई दो साल से बंद है। सारे बच्चे या तो ट्यूशन पढ़ते हैं या तो कोचिंग सेंटर में जाते हैं। श्री रंजन ने कहा कि समृद्ध परिवार का एक भी लड़का या लड़की बिहार में नहीं पढ़ रहा है। मुझे पूर्ण जानकारी है कि किसी भी आइएएस या आइपीएएस एवं मंत्री का बच्चा बिहार में पढ़ रहा हो। अगर बिहार की पढ़ाई बेहतर होती तो इन लोगों के बच्चे भी यहा पढ़ते। श्री रंजन ने कहा कि बिहार सरकार भाषण देने में और झूठ बोलने में महारथ हासिल है। तेन्दुलकर कमेटी ने कहा कि बिहार में गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाले की संख्या 55.77 प्रतिशत है।