रबी सब्जी फसल कैम्प से बिना उपादान लिए किसान लौटे
संवाद सूत्र, नगरनौसा (नालंदा): राष्ट्रीय सब्जी प्रोत्साहन कार्यक्रम अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2014-15 मे
संवाद सूत्र, नगरनौसा (नालंदा): राष्ट्रीय सब्जी प्रोत्साहन कार्यक्रम अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2014-15 में रबी सब्जी फसल के लिए कैला पंचायत के गढि़या पर गांव में जैविक उपादान वितरण सह प्रशिक्षण के लिए कैम्प का आयोजन किया गया था। जिसमें बुधवार को कैम्प समाप्ति तक किसान को बिना जैविक उपादान लिए लौटना पड़ा। कैम्प में प्रखंड के समूह के चयनित 300 किसानों को एक-एक जमीन रबी सब्जी फसल के लिए 9000-9000 हजार का जैविक उपादान वितरण किया जाना था। जिसमें 100 से ज्यादा किसानों को नहीं दिया गया। कुछ किसानों को बिना फार्म के साथ फोटो ग्राफी व रसीद पर हस्ताक्षर भी दुकानदार द्वारा कराया गया। स्थिति यह थी कि जैविक उपादान के लिए प्रशिक्षण तक नहीं देने की बात किसानों को बताई। वहीं जैविक उपादान मूल्य की सूचि बैनर के माध्यम से नहीं लगाया था। सरकार द्वारा निर्धारित 600 किलो ग्राम जैविक के जगह 300 किलो ग्राम ही सत्यम इंटर प्राइजेज के दुकान देने पर अड़े थे। उनका कहना था कि जो मूल्य 9 हजार है वह तीन माह पुराना है। वर्तमान समय में मूल्य बढ़कर 10860 रुपए हो गया है। अगर किसान अपनी ओर से 1860 रुपए का भुगतान करते है। तो हम पूरी जैविक उपादान देंगे। कैम्प में बैठे जिला उद्यान पदाधिकारी संजय कुमार ने दुकानदार को पूरी सामग्री देने की बात निर्धारित मूल्य पर तो कहीं लेकिन दुकानदार अड़ा रहा। प्रश्न उठता है कि कैम्प में इस तरह की बात क्यों आई। वहीं कुछ लोगों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बतया कि कई किसानों से फार्म भरने के समय राशि वसूली की गई कई किसानों ने जैविक उपादान के नगद राशी ही लेकर चलते बने। कुल मिलाकर कैम्प कुव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है।