स्वास्थ्य कर्मियों के फंसाए जाने का विरोध
संवाद सहयोगी, हिलसा (नालंदा) : भवानी अस्पताल के कर्मियों के खिलाफ दर्ज कराये गये एफआइआर के विरोध में
संवाद सहयोगी, हिलसा (नालंदा) : भवानी अस्पताल के कर्मियों के खिलाफ दर्ज कराये गये एफआइआर के विरोध में स्वास्थ्यकर्मी न केवल नर्सिंग होम और निजी क्लिनिक को बंद रखा बल्कि रविवार को कम्पाउंडर और नर्स भी हड़ताल पर जाने की धमकी दी। नर्सिंग होम तथा निजी क्लिनिक चलाने वाले डा. दुखहरण प्रसाद, डॉ. जगदेव प्रसाद, डा. अशोक कुमार, डा. शिवकुमार प्रसाद, डा. दिलीप कुमार, डा. रविन्द्र कुमार, डा. अनुज कुमार, डा. सुनील चौधरी तथा डा. संजीत कुमार वर्मा आपात बैठक बुलाकर भवानी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ दर्ज करायी गयी एफआइआर को गलत बताया। डाक्टरों ने बताया कि मरीज द्वारा भवानी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों के दर्ज कराये गये एफआइआर में लगाये गये आरोप झूठा है। स्थिति को बिगड़ते देख मरीज को रेफर कर दिये जाने के बाद भी परिजन उसे पटना नहीं ले गये। बतौर फीस दो हजार पाच सौ रुपये लिये जाने पर पच्चीस हजार रुपये लिये जाने का आरोप लगाया गया है। डाक्टरों ने बताया कि पुलिस भी विशेषज्ञों से राय लिए बगैर गैर-जमानतीय धारा में केश कर दिया। डाक्टरों का कहना है कि भवानी अस्पताल के मामले को तत्काल मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो आदोलन को और तेज किया जाएगा। शनिवार को नर्सिग होम तथा निजी क्लिनिक में काम करने वाले सभी नर्स और कम्पाउंडर एक दिन की साकेतिक हड़ताल कर संघर्ष की शुरूआत करेंगे।