हुजूर इंसाफ कीजिए नहीं तो मर जाएंगे
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : हुजूर इंसाफ कीजिए नहीं तो हम गरीब परिवार पूरी तरह से बिखर जाएंगे। कहां
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : हुजूर इंसाफ कीजिए नहीं तो हम गरीब परिवार पूरी तरह से बिखर जाएंगे। कहां से भरेंगे इतनी मोटी रकम। घर द्वार बेचने के बाद भी हम नहीं भर पायेंगे इतनी रकम। यह व्यथा बनौलिया मोहल्ला निवासी मो. जहांगीर की पत्नी मैमुरा निशा की है जो बीड़ी बनाकर पांच परिजनों को लालन पालन करती है। विद्युत विभाग की करतूत को कोसती हुई कहती है कि वे सपने में भी नहीं सोची थी कि तीन बल्ब जलाने के एवज में उन्हें 4 लाख 98 हजार 717 रुपये का बिल भुगतान करना पड़ेगा।
विद्युत विभाग से बाहर निकल कर अपनी एक छोटी बच्ची के साथ रोती-बिलखती हुई बताया कि बिल ठीक करने के लिए कई बार विभाग के बाबुओं से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों के पास फरियाद लगाई लेकिन कुछ नहीं हुआ। हर दो-तीन दिन में एक बार बाबुओं के यहां फरियाद लेकर जाती हूं पर कोई भी गरीब की फरियाद नहीं सुनता।
बार-बार विभाग का चक्कर लगाने के बाद जब बिजली बिल में कोई सुधार नहीं किया गया तो थकहार कर वे अखबार के दफ्तर में फरियाद लेकर पहुंची। तीन बल्ब जलाने के एवज में चार माह के बिल के एवज में 4 लाख 98 हजार 717 रुपये का बिल भेज दिया गया। उसने बताया कि चार माह पहले भी गलत बिल के एवज में किसी तरह से जुगाड़ कर 18 हजार नौ सौ रुपये का भुगतान किया था। इसके बाद अचानक एक मुश्त इतनी बिल भेज दी गई। रोती-बिलखती महिला ने कहा कि अब बिजली के बिना ही रह लेंगे। उसने कहा कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो जनता दरबार से लेकर उच्चस्तरीय पदाधिकारी तक फरियाद लेकर जाएंगे। बता दें कि बिजली बिल गड़बड़ी की शिकायत किसी एक दो या दर्जन भर लोगों की नहीं है बल्कि हजारों की संख्या में मिलेंगे। दफ्तर खुलते ही विभाग के बाबुओं के यहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। हद तो यह है कि एक बार बिल ठीक कराने के बावजूद अगले बार फिर अनाप-सनाप बिल भेज दिया जाता है। विभागीय पदाधिकारियों की मानें तो यह कम्प्यूटराइज मशीन के कारण यह परेशानी हो रही है। विभाग इस पर गंभीरता से विचार कर रही है। गलत बिलिंग वालों का सुधार किया जायेगा।