सौहार्द बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई : एसपी
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : आगामी पांच नवम्बर को होने वाली मुर्हरम पर्व को लेकर शुक्रवार को स्थानीय
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : आगामी पांच नवम्बर को होने वाली मुर्हरम पर्व को लेकर शुक्रवार को स्थानीय टाउन थाना में शांति समिति की बैठक बुलाई गई। बैठक में एसपी डा. सिद्धार्थ मोहन जैन, एसडीओ सूरज प्रसाद सिन्हा, प्रशिक्षु आईएएस शैलजा शर्मा, मेयर सुधीर कुमार, डिप्टी मेयर शंकर कुमार, डीएसपी शम्स अफरोज सहित दर्जनों वार्ड पार्षद के अलावा शहर के कई बुद्धिजीवी वर्ग के लोग शामिल हुए। बैठक में वार्ड पार्षदों ने मुहर्रम पर्व को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए। कई ने 4 एवं 5 नवम्बर को शराब बंदी कराने की अपील की। कई लोगों ने मुहर्रम के दिन जगह-जगह पानी की व्यवस्था करने तथा समय से बिजली उपलब्ध कराने की अपील की। राजद के एक प्रतिनिधि सज्जाद शाह ने कहा कि जिन लोगों पर सीसीए लगाया गया है उन पर एक बार पुन: विचार करने की जरूरत है। उपस्थित लोगों ने मुहर्रम पर्व को भी आपसी भाईचारे व सौहार्द के साथ मनाने का संकल्प लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए एसपी डा. सिद्धार्थ ने कहा कि अन्य पर्वो की तरह इस पर्व में भी पुलिस की पर्याप्त संख्या में तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि जो साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में जिन लोगों पर सीसीए लगाए गए है उनका नियमित हाजिरी नहीं बनने पर उन्हें जेल भेजा जायेगा। एसडीओ सूरज प्रसाद सिन्हा ने कहा कि पूर्व में जिस तरह से सभी पर्व शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ है ठीक उसी तरह से मुहर्रम पर्व को भी मनाया जायेगा। उन्होंने सभी समुदाय के लोगों से अपील की है कि मातम के इस पर्व में भी सभी लोग सहयोग कर आपसी भाईचारे के साथ इसे मनाए। प्रशासन आपकी मदद को पूरी तरह से तैयार है। मेयर व डिप्टी मेयर सहित सभी वार्ड पार्षदों ने इस पर्व में पूरी सहयोग करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम की ओर से पानी की सभी जगह व्यवस्था की जायेगी ताकि जुलूस के समय किसी को कोई परेशानी न हो। बैठक में पूर्व डिप्टी मेयर नदीम जफर, अविनाश मुखिया, वार्ड पार्षद पप्पू यादव, राजेश कुमार, कैप्टन शाहिद, नारायण यादव सहित सभी थानाध्यक्ष उपस्थित थे।
मुहर्रम में जुलूस की जगह शहादत का जलसा किया जाना चाहिए : हाजी अय्याज
मुहर्रम का महीना मुसलमानों के लिए एक पवित्र महीना है। इस महीने में जुलूस निकालने के बजाए लोगों को सिर्फ शहादत का जलसा का आयोजन किया जाना चाहिए। उक्त बातें सामाजिक कार्यकर्ता हाजी अय्याज साहब ने कही। उन्होंने कहा कि मुहर्रम इस्लामी साल का पहला महीना है। इस माह में अल्लाह पाक एक से बढ़कर एक करतब दिखाया था। यदि इस माह का मोताला किया जाए तो यकीनन भटके हुए इंसान सही रास्ता पर चलने लगेगा। इसलिए इंसान को चाहिए कि मुहर्रम जुलूस में उछल कूद, गाना-बजाना के बजाए इस्लामी किताबों का अध्ययन करें और उस पर अमल करे। उन्होंने कहा कि मुहर्रम जुलूस निकाला जाना गुनाह माना गया है। इस माह में जलसा का आयोजन किया जाना शबाब है।