सीएस आवास परिसर में स्वास्थ्यकर्मी व चालक को पीटा
-पुलिसिया मनमानी के खिलाफ स्वास्थ्यकर्मियों ने खोला मोर्चा संघ नेताओं के साथ बैठक कर किया कामकाज ठप
-सीएस के आश्वासन पर कर्मियों ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दे काम पर लौटे
-स्वास्थ्यकर्मियों ने दोषी पुलिसकर्मी को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की माग उठाई
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : सदर अस्पताल के एक स्वास्थ्यकर्मी व सिविल सर्जन के चालक के साथ दो पुलिसकर्मियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार व दादागिरी के मामले ने तूल ले लिया है। दरअसल गुरुवार की सुबह करीब 6 बजे पुलिस लाइन में पदस्थापित दो पुलिसकर्मी डाक लेकर सीएस डा. आजाद हिन्द प्रसाद के आवास पर पहुंच गए। पुलिसकर्मी बिना इजाजत आवास में घुसने का प्रयास करने लगे, तभी मौके पर तैनात एक स्वास्थ्यकर्मी विजेन्द्र प्रसाद व चालक सुरेन्द्र प्रसाद ने उसे रोकने का प्रयास किया। इसी बात पर दोनों पुलिसकर्मी भड़क गए और अनाप-सनाप बोलने लगा। विरोध करने पर पुलिसकर्मी ने चालक सुरेन्द्र प्रसाद व स्वास्थ्य कर्मी विजेन्द्र प्रसाद की जमकर पिटाई कर दी। शोर-शराबा होने पर जब सिविल सर्जन बाहर आये तो उन्होंने पुलिसकर्मियों को रोकने का प्रयास किया इस पर उन्हें भी खरी-खोटी सुनाई गई। तत्पश्चात उन्होंने इसकी सूचना वरीय पुलिस पदाधिकारी को दी। घटना की जानकारी मिलते ही विधि व्यवस्था डीएसपी संजय कुमार मौके पर पहुंच कर मामले की तहकीकात की। उन्होंने कहा कि दोषी कर्मियों पर सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जायेगी। इधर घटना की जानकारी मिलते ही सदर अस्पताल के सारे स्वास्थ्यकर्मियों ने पुलिस की आये दिन हो रही दादागिरी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कामकाज ठप कर दिया। कामकाज ठप करने के बाद अस्पताल परिसर में ही चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले एक आपात बैठक बुलाकर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए घटना में शामिल दोनों पुलिसकर्मी को तत्काल निलंबित करने के साथ विभागीय कार्रवाई की मांग उठाई। इधर कर्मचारियों व स्वास्थ्यकर्मियों के कामकाज ठप होने से सदर अस्पताल में इलाज को आये मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। मरीजों की तकलीफ देख सीएस ने स्वास्थ्यकर्मियों से कामकाज पर लौटने का आग्रह किया। सीएस के आग्रह पर वे लोग तीन घंटे बाद काम पर लौट आये। लेकिन कर्मचारियों ने काम पर लौटने से पहले कहा कि यदि 24 घंटे के भीतर दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया गया तो वे लोग अगले दिन से कामकाज ठप करने के साथ आंदोलन का रूख तैयार करेंगे। इधर इस घटना को सीएस ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि एक सरकार आवास पर इस तरह की घटना को अंजाम देना कहीं से उचित नहीं है। ऐसे लोगों पर तो कार्रवाई होनी ही चाहिए।