वज्रगृह सील, कड़ी सुरक्षा निगरानी
जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : गुरुवार की शाम छह बजे तक वोटरों ने भले ही नालंदा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे सभी 22 प्रत्याशियों की किस्मत लिखी हो, जिस मशीन में प्रत्याशियों का भाग्य बंद हुआ उसका पिटारा 16 मई को ही खुलेगा। तब तक कुल 29 दिनों तक ये ईवीएम कड़ी निगरानी में वज्रगृह में रहेंगे। नालंदा कालेज परिसर में बनाए गए इस वज्रगृह को चौबीसों घंटे की निगरानी में रखा गया है। शुक्रवार की दोपहर चुनाव पर्यवेक्षक व जिला निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम पलका साहनी की निगरानी और डीडीसी रचना पाटिल, एसडीओ पारितोष कुमार सहित कई आलाधिकारियों व विभिन्न राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ईवीएम मशीनों को सील कर वज्रगृह में सुरक्षित रख दिया गया। ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा बलों की पर्याप्त मात्रा में तैनाती की गई है। सुरक्षा बल वहां तीन पारियों में लगातार निगरानी में मुस्तैद रहेंगे। इसे लेकर पूरा कॉलेज परिसर पुलिस छाबनी में तब्दील हो गया है। ईवीएम की निगरानी के लिए चौबीसों घंटे की निगरानी के लिए मुस्तैद सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी राउंड द क्लॉक होगी। इसलिए जिसकी ड्यूटी नहीं थी वे रिलैक्स दिखे। मतगणना को लेकर यहां पर प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र के लिए सात-सात काउंटर बनाये गये हैं। मतगणना के लिए जिला प्रशासन ने विशेष चौकसी की व्यवस्था की है।