नशा मुक्ति वार्ड में भी भर्ती होंगे अन्य मरीज
नशाखुरान पीड़ित के साथ अन्य मरीज भी अब नशा मुक्ति वार्ड में भर्ती होंगे।
मुजफ्फरपुर । नशाखुरान पीड़ित के साथ अन्य मरीज भी अब नशा मुक्ति वार्ड में भर्ती होंगे। किसी भी मरीज को फर्श पर रखकर इलाज नहीं किया जाएगा। अगर इस तरह की घटना सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के लिए ऑक्सीजन समेत अन्य जरूरी व्यवस्था को दो दिन के अंदर ठीक की जाएगी। दैनिक जागरण में छपी खबर 'नशा मुक्ति केंद्र में बेड खाली, फर्श पर मरीज' का संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन डॉ. ललिता सिंह मंगलवार को शाम साढ़े पांच बजे वार्ड का निरीक्षण की। उन्होंने मरीजों से बातचीत की। नशा मुक्ति वार्ड की जानकारी ली।
चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ व दवा की पर्याप्त व्यवस्था के बावजूद मरीजों के भर्ती नहीं होने तथा दूसरी ओर निजी नशा मुक्ति केंद्र भरे रहने पर उन्होंने नाराजगी जताई। सदर अस्पताल में आने वाले मरीज को फर्श पर लिटाने को उन्होंने गंभीरता से लिया। दवा स्टॉक की जांच में शिकायत आई कि सी¨रज की कमी है। उन्होंने तुरंत पूरा करने का निर्देश दिया।
पुरुष वार्ड में निरीक्षण के क्रम मरीजों ने शिकायत की कि अपने घर से कंबल लाकर काम चला रहे हैं। इस पर सीएस ने प्रधान लिपिक गुणानंद चौधरी को कहा कि प्रबंधक प्रवीण कुमार को बुलाकर कंबल की व्यवस्था कराएं। उपाधीक्षक ने कहा कि मरीज कंबल लेकर चले जाते हैं। इस नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि इसकी सुरक्षा की जवाबदेही जिस कर्मी पर है, वह रक्षा करे। कंबल गायब होने पर उसके वेतन से काटा जाएगा। अस्पताल में भोजन मेन्यू के हिसाब से मिलना चाहिए। मरीजों को समय पर खाना मिले, यह सुनिश्चित होना चाहिए।
मरीजों को सदर अस्पताल में उपलब्ध संसाधन के हिसाब से उचित इलाज मिले, इसकी निगरानी के लिए ब्लड बैंक प्रभारी डॉ.कन्हैया शर्मा के नेतृत्व में एक टीम बनी। इसमें डॉ.सीएस प्रसाद, वरीय सहायक गुणानंद चौधरी, प्रबंधक प्रवीण कुमार शामिल हैं।