जूनियर रेजीडेंट ने संभाली कमान, होने लगा इलाज
एसकेएमसीएच की व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है।
मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच की व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है। गुरुवार को वरीय चिकित्सकों के साथ जूनियर रेजीडेंट भी सेवा में जुट गए। इससे दूर-दराज से आए मरीजों को राहत मिली। बाह्य विभागों में 961 नए तो 2010 पुराने मरीजों का इलाज हुआ। गंभीर रूप से बीमार 114 मरीजों को भर्ती किया गया। अंत:कक्षों में भर्ती मरीजों की भी समुचित सेवा बहाल हो गई है। विशेष चिकित्सकों ने दो दर्जन मरीजों का शल्य क्रिया की।
वहीं परिसर में सदर अस्पताल, रेडक्रास व अन्य विभाग के सहयोग से पांच एंबुलेंस व एक शव वाहन उपलब्ध कराया गया। एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ.जीके ठाकुर, प्राचार्य डॉ.विकास कुमार, उपाधीक्षक डॉ. सुनील शाही ने अस्पताल का निरीक्षण किया। वरीय चिकित्सकों के साथ बैठक की। अनुपस्थित चिकित्सकों व पारा मेडिकल स्टॉफ की रिपोर्ट प्रतिदिन राज्य मुख्यालय भेजी जा रही है।
एआरटी सेंटर भी रहा गुलजार एआरटी केंद्र पर भी मरीजों की भीड़ उमड़ने लगी है। गुरुवार को 253 मरीज इलाज व दवा के लिए पहुंचे। हंगामा को लेकर मरीज लौटते रहे थे। इस कारण कई मरीजों की दवा भी बंद हो गई थी। जानकारों की मानें नियमित दवा नही लेने से जान पर बन आती है।
शुक्रवार से बाधित थी सेवा पिछले शुक्रवार को जूनियर रेजीटेंड व मेडिकल छात्रों की एंबुलेंस चालकों व स्थानीय लोगों के बीच हुए विवाद के बाद जमकर बवाल हुआ था। इसके बाद से सोमवार से आउटडोर सेवा चलने लगी, लेकिन गुरुवार को पूरी तरह से सुधार हुआ।