छह घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा आमगोला इलाका
ट्रक से कुचलकर मौत की घटना के बाद छह घंटे तक आमगोला इलाका रणक्षेत्र बना रहा।
मुजफ्फरपुर। ट्रक से कुचलकर मौत की घटना के बाद छह घंटे तक आमगोला इलाका रणक्षेत्र बना रहा। अघोरिया बाजार से लेकर हरिसभा चौक तक आक्रोशितों ने जमकर बवाल काटा। आमगोला पुल के दोनों तरफ बांस-बल्ले से घेर व टायर जलाकर जाम कर दिया। जाम से निकलने की कोशिश करने वाले साइकिल व बाइक सवार के साथ दुर्व्यवहार भी किया।
रविवार की सुबह सात बजे से जो बवाल शुरू हुआ, वह एक बजे थमा। इस दौरान आक्रोशितों के डर से आसपास के लोग घर में दुबके रहे। खिड़की से बाहर का माहौल देख रहे थे। सड़क पर लाठी-डंडे और रोड़ा लेकर महिला व पुरुष जमकर बवाल कर रहे थे। समझाने व शांत कराने का प्रयास करने वाले पुलिस कर्मियों से नोक-झोंक पर उतारू हो जाते। इसे देख सभी पुलिस वाले पीछे हट जाते थे।
जनप्रतिनिधियों की मदद से हुए शांत : स्थानीय कुछ जनप्रतिनिधियों ने आकर बीचबचाव कर आक्रोशितों से वार्ता करने की बात कही। इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने आक्रोशित लोगों के साथ शांति से बातचीत की। मुआवजा देने की बात कही। लेकिन चार लाख रुपये मुआवजा को लेकर मामला फिर फंस गया। बाद में स्थानीय लोगों के कहने व समझाने पर यह राशि लेने को तैयार हुए।
एक दारोगा का हाथ मरोड़ा : घटना के कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे एक दारोगा से आक्रोशितों ने जमकर नोक-झोंक की। वह शांत रहने को कहते तो लोग और भड़क जाते। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने भीड़ व माहौल का फायदा उठाकर उनके साथ धक्का-मुक्की की। पीछे से हाथ भी चलाया। एक युवक ने उनका हाथ पकड़कर ऐंठ दिया। वह किसी तरह वहां से निकले। बाद में पुलिस फोर्स के आने पर दोबारा घटनास्थल पर गए।
पहुंची रैपिड एक्शन फोर्स : अनियंत्रित स्थिति की सूचना पर रैपिड एक्शन फोर्स को भी भीड़ नियंत्रित करने के लिए काफी संख्या में उतार दिया गया। महिला पुलिस कर्मियों को बुलाया गया। सड़क पर उतरे बड़ी संख्या में जवानों को देखकर लोग बगल हटने लगे। बातचीत व लोगों का आक्रोश थमने के बाद जाम हटाने की कवायद शुरू की गई।