पहली अप्रैल से सीएफएमएस से वेतन भुगतान, आवंटन एवं निकासी प्रक्रिया हो जाएगी ऑनलाइन
डीडीओ कार्यालय को उपलब्ध कराया गया कंप्यूटर व अन्य सामग्री। नई वित्तीय व्यवस्था में काम करने में कर्मचारी और अधिकारी को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शिक्षा विभाग में वेतन की निकासी समेकित वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (सीएफएमएस) से होगी। जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है। डीपीओ स्थापना और लेखा योजना कार्यालय को कंप्यूटर के अलावा अन्य साधन उपलब्ध कराये गये है। नई व्यवस्था पहली अप्रैल से लागू होगी। नई व्यवस्था से सभी विभागों के बजट निर्माण की प्रक्रिया से लेकर बजट के प्रावधान, आवंटन और निकासी सभी ऑनलाइन हो जाएगी।
नई वित्तीय व्यवस्था को फूल प्रूफ बनाने के लिए वित्त विभाग निजी क्षेत्र की कंसल्टेंसी एजेंसी टीसीएस और पीडब्लूसी की भी सेवा ली जा रही है। नई वित्तीय व्यवस्था में काम करने में कर्मचारी और अधिकारी को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
अब जिले में होंगे तीन निकासी एवं व्ययन अधिकारी
अब प्रत्येक जिले में तीन निकासी एवं व्ययन अधिकारी होंगे। प्रमंडलीय जिला में चार निकासी एवं व्ययन अधिकारी बनाया गया है। जिले के प्राथमिक, मध्य व बुनियादी विद्यालय के अलावा जिला शिक्षा अधिकारी, सभी डीपीओ व ऑफिस के अन्य कर्मचारियों का वेतन भुगतान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना करेंगे।
वहीं माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय का लेखा योजना डीपीओ को निकासी एवं व्ययन अधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा प्रखंड शिक्षा अधिकारियों का वेतन भुगतान डायट के प्राचार्य करेंगे। प्रमंडलीय जिला में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक को निकासी एवं व्ययन अधिकारी बनाया गया है।
अब तक एचएम करते थे वेतन भुगतान
वर्तमान समय में प्रत्येक प्रखंड में एक डीडीओ विद्यालय हैं। डीडीओ विद्यालय के एचएम प्रखंड के शिक्षकों का वेतन भुगतान करते थे। यह व्यवस्था जून 2008 से है। लेकिन इससे पूर्व प्रत्येक मध्य विद्यालय के एचएम को निकासी एवं व्ययन का अधिकार दिया गया था।