भगवान भरोसे इलाज, मरीज लाचार
रविवार को अगर आपको इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल जाना है तो जरा संभल जाइए।
मुजफ्फरपुर। रविवार को अगर आपको इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल जाना है तो जरा संभल जाइए। यहां आपको डॉक्टर शायद ही मिलें। अगर मिल भी गए तो इलाज ठीक से होगा, कहा नहीं जा सकता। दैनिक जागरण की टीम ने जब रविवार को इलाज के व्यवस्था की पड़ताल की तो, स्थिति खराब दिखी। इमरजेंसी वार्ड में तो कोई तैनात नहीं था।
स्थल : सदर अस्पताल, समय : शाम पांच बजे। इमरजेंसी वार्ड में चारों ओर खाली टेबल-कुर्सी। आइसीयू के बाहर भी कोई स्टाफ नहीं, खाली कुर्सी। आइसीयू के अंदर मरीज की सेवा भगवान भरोसे है। जब वहां पर मरीजों की फोटोग्राफी शुरू हुई तो कुछ देर के बाद आइसीयू में तैनात नर्स पहुंची। बताया कि आइसोलेशन में मरीज को देखने गए थे।
आईसीयू का यह रहा हाल
सर, हमर भगवान मालिक हथिन..। उनकरे भरोसे इलाज हो रहल हई..। इतना कहकर भावुक हो गई सुनीता देवी। वह बोलीं, सदर अस्पताल के आईसीयू में दो माह से पड़ी हूं। चिकित्सक उसको देख रहे, दवा मिल रही लेकिन अपना कोई नहीं होने से ऐन-केन प्रकारेण इलाज चल रहा है।
केवल कुर्सी व टेबल बिखरा हुआ था। कंट्रोल रूम में रामपुकार पाठक दिखे। उन्होंने कहा कि सभी पारा मेडिकल स्टाफ हैं। डॉ.अनिल कुमार सिंह अपने कक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि दो टेलीफोन आया था, जिसमें केजरीवाल व एसकेएमसीएच के इलाज के बारे में जानकारी मांगी गई। रविवार का दिन है, इसलिए केवल घायल व डायरिया वाले मरीज आए हैं। परवेज आलम व विक्की कुमार को लेकर पुलिस आई थी। उनकी शारीरिक जांच हुई, उसके बाद वे लेकर गए। चार मरीज डायरिया के आए थे। जिनको भर्ती किया गया। परिसर में पेड़ के नीचे मरीज के परिजन बैठे हुए थे।