हर हाल में कदाचार मुक्त होगी मैट्रिक परीक्षा
मैट्रिक परीक्षा में कदाचार में सहयोग करने वाले वीक्षक भी बख्शे नहीं जाएंगे।
मुजफ्फरपुर। एक मार्च से होने वाली मैट्रिक परीक्षा में कदाचार में सहयोग करने वाले वीक्षक भी बख्शे नहीं जाएंगे। परीक्षा हॉल में परीक्षार्थियों के पास नकल के कोई सामान नहीं होने चाहिए। यह वीक्षक को सुनिश्चित करानी है।
एडीएम डॉ. रंगनाथ चौधरी ने रविवार को केंद्राधीक्षक के साथ परीक्षा तैयारी की समीक्षा की। कहा गया हर-हाल में कदाचार मुक्त परीक्षा होनी चाहिए। साथ ही परीक्षा केंद्र पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। केंद्राधीक्षकों को 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक की प्रतिनियुक्ति करनी है।
27 तक दूर करें उपस्कर व वीक्षक की कमी करें दूर
समीक्षा बैठक में केंद्राधीक्षक ने उपस्कर व वीक्षक की कमी का मामला उठाया। एडीएम ने परीक्षा केंद्र व वीक्षक की समस्या को अविलंब 27 तक दूर करने को कहा। केंद्र पर पेयजल, शौचालय, लाउडस्पीकर, कपड़ा का घेरा सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। जिला शिक्षा पदाधिकारी को कार्यालय स्तर पर कोषांग गठित करने का निर्देश दिया। ताकि, परीक्षा संबंधी समस्या, प्रश्न पत्रों की कमी, उपस्कर व वीक्षक की समस्या की सूचना पहुंच सकें। बैठक में एसडीओ पश्चिमी रंजीता, एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर कामती, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना जियाउल होदा खां के अलावा सभी केंद्राधीक्षक मौजूद थे।
प्रमुख बातें :
- परीक्षा शुरु होने के बाद दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी परिसर में घूमते रहेंगे।
- वीक्षक कौन से कमरे में जाएगें यह केंद्राधीक्षक व दंडाधिकारी तय करेंगे।
- वीक्षक व कर्मचारी को परिचय पत्र लगाना है।
-परिसर के अंदर मोबाइल फोन व इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं रहेंगे।
71 केंद्रों पर मैट्रिक परीक्षा पहली मार्च से
मैट्रिक परीक्षा की प्रशासनिक तैयारी शुरू है। शहर के 71 केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा होगी। परीक्षार्थी की बढ़ी संख्या के कारण केंद्र और उपस्कर की कमी न हो, इसके लिए दो चरणों में परीक्षा ली जा रही है। छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग केंद्र बनाए गए हैं। केंद्रों के चयन में सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है। 38 परीक्षा केंद्र छात्राओं के लिए और 33 केंद्र छात्रों के लिए बनाए गये है। सरकारी स्कूल, कॉलेज व निजी स्कूल को केंद्र बनाए गए हैं।