दहेजमुक्त भारत को किया पैदल मार्च
निर्भया सेना ने पैदल मार्च करते हुए आम लोगों से भी इसमें मुहिम में जुटने की अपील की।
मुजफ्फरपुर। दहेजमुक्त भारत के नवनिर्माण के संकल्प को लेकर सोमवार को निर्भया सेना ने पैदल मार्च करते हुए आम लोगों से भी इसमें मुहिम में जुटने की अपील की। नेतृत्व संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश मिश्र 'बाबा' कर रहे थे। उन्होंने दहेज को समाज के लिए कोढ़ बताया। कहा कि हमारे देश में दहेज प्रथा ऐसा सामाजिक अभिशाप है, जो महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों, चाहे वे मानसिक हों या फिर शारीरिक को बढ़ावा देता है। इस व्यवस्था ने समाज के सभी वर्गो को अपनी चपेट में ले लिया है।
दहेज के कारण बढ़ रही घरेलू ¨हसाएं
प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह ने कहा कि दहेज रूपी दानव के भय से पूरे देश में अवैध अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों में हर रोज लाखों लड़कियां मां के गर्भ में ही मार दी जा रही हैं। प्रदेश महासचिव रानी श्रीवास्तव ने कहा कि आए दिन हमें दहेज के लिए हत्याएं या फिर घरेलू ¨हसा से जुड़ी खबरों से दो-चार होना पड़ता है। आज इस समस्या ने प्रत्येक लड़की के माता-पिता का चैन लूट लिया है। महिलाओं ने कहा कि दिन-प्रतिदिन समाज में यह रोग बढ़ता ही जा रहा है। जिसके कारण न जाने कितने परिवार बर्बाद होते जा रहे हैं। ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो, इसे देखते हुए यह मुहिम चलाया गया है। वासंतिक नवरात्र के पूर्व समाज की नारी शक्ति को इसके लिए एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है।
पैदल मार्च के दौरान लोग आनंदपुरी बीबीगंज से चलकर गोविन्दपुरी, नंदपुरी, फतेहपुर, चैनपुर, दामोदरपुर, हीरा नगर कॉलोनी, कोल्हुआ दादर, अयाची ग्राम, ब्रह्मापुरा, पंखा टोली आदि क्षेत्रों में गए। प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह, रानी श्रीवास्तव, रानी वर्मा, सत्यम कुमार, नीलम वर्मा, रीना गुप्ता, रुबी गुप्ता, रंजीता गुप्ता, संजू देवी, जानकी देवी, शीला देवी, प्रतिभा देवी, मंजू देवी, रीता देवी, माधवी, राधा रानी, मुस्कान, लाडली आदि शामिल हुई।