मधेशी आंदोलन : नेपाल में पुलिस फायरिंग-बम से हमला, चार दर्जन घायल
नेपाल में 123वें दिन शनिवार को भी मधेशी आंदोलन जारी रहा। जनकपुर की घटना से आक्रोश है। वीरगंज, गौर समेत कई स्थानों पर आंदोलनकारियों व पुलिस में झड़प व पथराव हुआ। वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई और बाजार बंद कराए गए। वाहनों का परिचालन रोका गया।
जागरण टीम, मुजफ्फरपुर। नेपाल में 123 वें दिन शनिवार को भी मधेशी आंदोलन जारी रहा। जनकपुर की घटना से आक्रोश है। वीरगंज, गौर समेत कई स्थानों पर आंदोलनकारियों व पुलिस में झड़प व पथराव हुआ। वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई और बाजार बंद कराए गए। वाहनों का परिचालन रोका गया।
वीरगंज के मैत्री पुल स्थित नाकेबंदी स्थल पर धरना व नारेबाजी हुई। वीरगंज, बारा व गौर में तोडफ़ोड़ की गई। वीरगंज में पुलिस पर पेट्रोल बम फेंका गया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
आंदोलन के क्रम में वीरगंज घंटाघर, माईस्थान, कलैया में नाकेबंदी की गई। सड़कों पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया गया। पथराव में एक दर्जन से अधिक आंदोलनकारी समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर वैन में पीटा। इससे दोनों का सिर फट गया। इसके अलावा पांच अन्य लोगों को प्रताडि़त किया। इससे आक्रोश भड़का।
उधर, गौर - चंद्रनिगाहपुर पथ पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने दस राउंड फायङ्क्षरग की और छह राउंड आंसू गैस के गोले दागे। इसके अलावा जमकर लाठियां चटकाईं। फायङ्क्षरग में आधा दर्जन छात्र जख्मी हो गए। वहीं, लाठीचार्ज में 40 से अधिक छात्र चोटिल हो गए।
पुलिस ने विद्यार्थी फोरम के अध्यक्ष ललन यादव को गिरफ्तार कर लिया है। जवाब में छात्रों ने पुलिस पर जमकर पथराव कर दिया। इसमें दर्जनभर पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए। घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। रविवार को पूर्ण बंदी का एलान किया गया है। कैलाली व मलंगवा में मशाल जुलूस निकला। गौर, मलंगवा, रौतहट व कैलाली में हजारों लीटर पेट्रोलियम सामग्री तस्करों से छीनकर जला दी गई। जनकपुर में आक्रोश बरकरार है। सेना ने जनकपुर मंदिर को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। मंदिर के महंत के आवास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। मंदिर परिसर में सेना के जूता पहनकर घुसने से आक्रोश है।
इस बीच, काठमांडू में नेपाली कांग्रेस के सभापति सुशील कोइराला के आवास पर हुई बैठक में मधेशी आंदोलन व संविधान संशोधन के बारे में विचार-विमर्श हुआ।