फसलों पर पाले का प्रकोप, किसान परेशान
मौसम में बदलाव व पारा न्यूनतम होने से किसानों की रबी फसल पर पाले का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है।
मुजफ्फरपुर। मौसम में बदलाव व पारा न्यूनतम होने से किसानों की रबी फसल पर पाले का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, विशेष एहतियात बरत कर किसान इससे बच सकते हैं। जिले के मीनापुर, बोचहां, बंदरा, सकरा, मड़वन, मोतीपुर सहित अन्य प्रखंडों से 12 जनवरी से लगातार फसलों पर पाले के प्रकोप की शिकायत मिल रही है। जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि कड़ाके की ठंड व न्यूनतम तापक्रम 1.5 से 2 डिग्री चले जाने से मक्का, आलू, लता वाली सब्जियां जैसे लौकी, करैला, खीरा आदि व मिर्च फसलों में पाले का प्रकोप बढ़ा है। फसलों के सर्वेक्षण में यह मामला उभर कर आया है कि मक्के की पत्तियां बदरंग होकर मुरझा गई हैं और अन्य पौधे 20 से 25 फीसद तक झुलस गए हैं। जिला कृषि पदाधिकारी ने किसानों को निम्न बिंदुओं पर एहतियात बरतने को कहा है।
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किसानों को सलाह
-प्रभावित पौधों में अविलंब हल्की सिंचाई करें।
-मेढ़ पर 3-4 जगह आग जलाकर धुआं करें।
-नर्सरी को पुआल, प्लास्टिक से रात में ढंक दें।
-मैंकोजेब एवं मेटालिक्जिल या मैंकोजेब एवं कार्बेन्डाजिम के संयुक्त उत्पाद का 0.2 ग्राम लीटर की दर से घोल बनाकर फसलों पर छिड़काव करें।
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अब तो कर्ज चुकाना भी होगा मुश्किल
कांटी के साइन समेत कई गावों के किसान मौसम की मार झेल रहे। मक्के से लेकर आलू की फसल बर्बाद हो रही है। किसान उपेंद्र सिंह ने 14 एकड़ में आलू व मक्के की खेती की है, ठंड से फसल बर्बाद हो रही है। यही हाल बकटपुर, हरचंदा, शेरूकाही समेत कई जगहों की है। किसान नेता दीपनारायण सिंह ने कहा कि फसल होने पर कमाई के आसार होते हैं, मगर अब तो कर्ज भी चुकाना मुश्किल हो जाएगा।
इधर, प्रखंड कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि शीतलहर से फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों से जानकारी मिल रही है। बर्बाद फसलों का सैंपल लैब भेजा जाएगा।