कांटी बीडीओ को खतरा, कहा-कर दें तबादला
पंचायत चुनाव के दौरान गंभीर आरोपों से घिरे कांटी के बीडीओ अब खतरा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर यहां से तबादला किए जाने की इ'छा जताई है।
मुजफ्फरपुर। पंचायत चुनाव के दौरान गंभीर आरोपों से घिरे कांटी के बीडीओ अब खतरा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर यहां से तबादला किए जाने की इच्छा जताई है।
प्रधान सचिव को भेजे आवेदन में उन्होंने कहा कि पिछले पंचायत चुनाव के दौरान असामाजिक तत्वों ने साजिश कर उनके खिलाफ दुष्प्रचार कराया। बीडीओ ने 'यशमैन' द्वारा मनगढ़ंत आरोप लगाए जाने व परिवाद दायर किए जाने की बात कही। यानी, बीडीओ यह कहना चाह रहे कि किसी व्यक्ति के इशारे पर यह कराया जा रहा। ऐसी स्थिति में कांटी प्रखंड में कार्य करने को बीडीओ खतरे से खाली नहीं बता रहे। इसके अलावा मानसिक रूप से भी काम करने में वे खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। इसे देखते उन्होंने कांटी से दूसरे प्रखंड में तबादला करने का अनुरोध किया है।
मालूम हो कि पंचायत चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से लेकर मतगणना तक कांटी में किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहा। सबसे बड़ा विवाद मतगणना के दौरान हुआ। बहुआरा पंचायत की मतगणना में अंतिम परिणाम तक सुनैना देवी 13 वोटों से आगे थीं। इसके बाद प्रतिद्वंद्वी शबनम खातून ने पुनर्मतगणना की मांग की। इसमें सुनैना के 12 वोट घट गए और शबनम के 27 वोट बढ़ गए। शबनम को विजयी घोषित किए जाने के घंटों बाद भी प्रमाण-पत्र नहीं दिए गए। बाद में मामले को लेकर भारी बवाल हुआ। इस कारण जिले के सभी वरीय अधिकारियों को स्थिति संभालनी पड़ी। बीडीओ पर गड़बड़ी का आरोप लगा। वहीं प्रखंड प्रमुख चुनाव के दौरान प्रखंड परिसर में प्रवेश नहीं करने देने का आरोप उन पर लगा। हालांकि, बीडीओ ने सभी आरोपों को गलत बताया था।