अरे! यह सदर अस्पताल है या पोखर
अरे! यह सदर अस्पताल है या पोखर..। गंदगी इस तरह से है तो मरीज की बात तो दूर उसका इलाज कराने वाला ही बीमार हो जायेगा।
मुजफ्फरपुर। अरे! यह सदर अस्पताल है या पोखर..। गंदगी इस तरह से है तो मरीज की बात तो दूर उसका इलाज कराने वाला ही बीमार हो जायेगा। राज्य स्वास्थ्य समिति की टीम सदर अस्पताल की कुव्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए प्रतिक्रिया दी। पहले चरण में कायाकल्प अभियान में सदर अस्पताल पिछड़ गया।
हर जगह सिस्टम दिखा फेल
टीम में शामिल जिला स्वास्थ्य समिति की क्वालिटी कंट्रोल टीम के अधिकारी डॉ. जयती श्रीवास्तव, डॉ. सुरेंद्र कुमार व यूनिसेफ प्रतिनिधि का पहला पड़ाव आइसोलेशन वार्ड था। वहां इधर-उधर मेडिकल कचरा बिखरा मिला। इमरजेंसी भी इधर-उधर व्यवस्था दिखी। आउटडोर बंद होने के कारण टीम सीधे दवा काउंटर पर पहुंची और काउंटर खुलवाकर देखा गया। वहां पर दवा वितरण का काम करने वाला गैर तकनीकि कर्मचारी दिखा। प्रबंधक से पूछताछ हुई। जब फार्मासिस्ट नहीं है तो सरकार से क्यों नहीं मांगा गया। इसके बाद टीम जहां भी गई, वहां खामियां ही खामियां दिखीं। किसी भी वार्ड में आरओ का पानी नहीं चल रहा था। प्रसव कक्ष में भी कई कमी दिखी, वहां रोशनी की कमी दिखी।
कहीं नहीं बेड हेड टिकट
बच्चा वार्ड में टीम की धमक हुई। वहां पर बच्चों के बेड पर इलाज का टिकट नहीं दिखा। इस पर टीम नाराज हुई। परिचारिका को बुलाया गया। उसने बताया कि बच्चे को यक्ष्मा है जांच के लिए भेजा गया है। परिजनों ने बताया कि इलाज से लाभ है। टीम ने सुझाव दिया कि जांच के बाद सरैया पोषण पुर्नवास सेंटर भेजा जाए।
महिला आउटडोर रहा बंद
महिला आउटडोर पर चिकित्सक की तलाश में महिलाएं सुबह व शाम की पाली में भटकती रहीं। बोचहां की तनुजा बोली कि चिकित्सक नहीं मिलीं। सीएस व डीएस से शिकायत की। डीएस ने असमर्थता जाहिर किया तो महिलाओं ने अपना गुस्सा उतारा। शाम की पाली में होमियो पैथ आउटडोर भी बंद रहा। इसकी शिकायत टीम तक पहुंची।
यह लाभ जिस पर ग्रहण
-जिस जिलास्तरीय अस्पताल के कायाकल्प के तहत चयन होगा, उसे सफाई व अन्य व्यवस्था के लिए तीस लाख की अतिरिक्त राशि मिलेगी।
- पिछले साल मोतिहारी का हुआ था चयन।
-कायाकल्प के तहत विशेष पुरस्कार मिलता है, जिसपर अब ग्रहण लगा है।
-जांच टीम के सदस्यों ने यह महसूस किया कि मानक के अनुरूप पूरा सिस्टम नहीं चल रहा।
-गंदगी हटाने के लिए सही व्यवस्था नही होने पर टीम नाराज।
-सभी वार्ड में मरीज के बेड पर नहीं दिखा बेड हेट टिकट।