सावन की तीसरी सोमवारी पर बाबा गरीबनाथ मंदिर में भगदड़, कई घायल
तीसरी सोमवारी को बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए उमड़े जनसैलाब को नियंत्रित करना पुलिस-प्रशासन के लिए महंगा पड़ा। जहां कई जगह बैरिकेडिंग टूट गई तो कई कांवरिया घायल हो गए।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। सावन की तीसरी सोमवारी को बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक को कांवरियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। इसके आगे सारी प्रशासनिक व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई। शेेेेखर सिनेेेेमा व हिसाब चौक के बीच कई बार बैैैैरिकेेेंडिग टूट गई। इससे वहां अफरातफरी मच गई। जिसमें करीब डेढ़ दर्जन से अधिक कांवरिए चोटिल हो गए।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हवा में लाठियां भांजनी पड़ी। करीब ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा पर जल चढाए। अत्यधिक भीड़ से कई बार स्थिति अनियंत्रित होने लगी। वहां भगदड़ की स्थिति भी बनी, लेकिन प्रशासन व स्वयं सेवकों ने संभाल लिया।
पांच किमी लंबी कतार
बाबा गरीबनाथ पर रविवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं ने जल चढाना शुरू कर दिया था। रात्रि आठ बजे तक करीब 65 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जल चढ़ा लिया था। रात्रि बारह बजे के बाद अचानक कांवरियों की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई। साढ़े बारह बजे तक मंदिर से रामदयालु तक करीब पांच किमी लंबी कतार लग गई।
रात्रि सवा एक बजे हरिसभा चौक से शेखर सिनेमा के बीच कांवरियों का दवाब काफी बढ़ गया। पीछे से कतार मे लगे श्रद्धालुओ के धक्का मुक्की से वहां लगाए गए बांस-बल्ले की बैरिक॔डिंग टूट गई।
दूसरी तरफ भी लगानी पड़ी कतार
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हरिसभा चौक के पास देवी मंदिर की तरफ भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं की कतार लगाई गई। इसके बाद कुछ हद तक स्थिति नियंत्रित हो सकी, लेकिन उधर भी भीड़ का दबाव बढ़ने से कई बार अफरातफरी की स्थिति बनी। ऐसी स्थिति सुबह साढ़े पांच बजे तक कई बार बनी, हालांकि उसे नियंत्रित कर लिया गया । भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गमछे भी भांजे गए, ताकि किसी श्रद्धालु को चोट न लगे।
50 हजार से अधिक ने हरिसभा चौक पर बने शिवलिंग पर चढ़ाया जल
प्रशासन ने तीसरी सोमवारी में दो लाख श्रद्धालुओं के जल चढ़ाने का अनुमान लगा व्यापक व्यवस्था की थी। इसी के तहत रामदयालु से प्रभात सिनेमा चौक तक कई जगहों पर ड्राप गेट बनवाए गए थे, ताकि ज्यादा भीड़ होने पर उसे नियंत्रित किया जा सके। वहीं रात आठ बजे से अरघा के माध्यम से बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक करवाना शुरू किया।
ज्यादा भीड़ होने पर आरडीएस कालेज, अघोरिया बाजार व आमगोला में श्रद्धालुओं को रोक-रोक छोड़ा गया, लेकिन कांवरियों की उमड़ी भीड़ से सारे के सारे इंतजाम धरे के धरे रह गए। हरिसभा चौक व शेखर सिनेमा के बीच अत्यधिक भीड़ व धक्का मुक्की के कारण विवश होकर 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बीच मार्ग हरिसभा चौक पर बनाए गए शिवलिंग पर ही जल चढ़ा कर लौट गए।
किसी का हाथ टूटा तो कोई हुआ बेहोश
अत्यधिक भीड़ व धक्का मुक्की के कारण कई बार अफरातफरी मचने व बैरिकेडिंग टूटने से डेढ़ दर्जन से अधिक कांवरिए चोटिल हो गए । टूटे बैरिकेडिंग के बांस बल्ले में पैर फंसने से कई श्रद्धालु सड़क पर गिरकर चोटिल हो गए। वहीं भीड़ में दबने व धक्का मुक्की में एक कांवरिए का हाथ टूट गया तो कई बेहोश हो गए।