डॉक्टरों का कारनामा- पेट दर्द की शिकायत, निकाल दी बच्चेदानी
पेट दर्द की शिकायत पर चिकित्सकों द्वारा एक महिला की बच्चेदानी काटकर निकाल दिए जाने का मामला सामने आया है। पारू के फतेहाबाद निवासी देवशरण पांडेय की पत्नी गुडिय़ा देवी ने एसडीजेएम वेस्ट कोर्ट में याचिका दायर की है।
मुजफ्फरपुर। पेट दर्द की शिकायत पर चिकित्सकों द्वारा एक महिला की बच्चेदानी काटकर निकाल दिए जाने का मामला सामने आया है। पारू के फतेहाबाद निवासी देवशरण पांडेय की पत्नी गुडिय़ा देवी ने एसडीजेएम वेस्ट कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें बखरा रोड, पारू चौक स्थित आदर्श सेवा सदन के डॉ. अशोक कुमार सिंह, डॉ. विनोद कुमार सिंह व संचालक शिव कुमार और पीएचसी पारू की आशा नूतन देवी को आरोपी बनाया गया है।
पीडि़ता ने कहा कि पेट दर्द की शिकायत पर वह 12 मार्च को आशा कार्यकर्ता नूतन से मिली। पीएचसी चलने की बात कह वह घर से चली। बीच में उल्टा-सीधा समझाकर आदर्श सेवा सदन, पारू लेकर गई। वहां उक्त चिकित्सकों ने कहा कि उसका यूट्रस सड़ गया है, कैंसर भी हो सकता है।
शीघ्र ऑपरेशन करने की बात कही। नहीं तो जान जाने का खतरा बताया। कई तरह से डराकर बिना किसी अभिभावक की सहमति के या रिस्क बांड भरवाते हुए ऑपरेशन कर दिया। बच्चेदानी को काटकर निकाल दिया। करीब दस दिनों तक वह अस्पताल में भर्ती रही। इस बीच दवा और सेवा शुल्क के नाम पर उससे 50 हजार रुपये ठग लिए। तबीयत बिगडऩे पर परिवादिनी का पति उसे लेकर दूसरे अस्पताल गया।
वहां चिकित्सकों ने बताया कि जो भी इलाज या आपरेशन हुआ है, उसकी कोई जरूरत नहीं थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद चिकित्सकों, नर्सिंग होम संचालक व आशा कार्यकर्ता को कानूनी नोटिस भेजा, मगर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। तब महिला ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने इसकी सुनवाई के लिए 8 जून की तिथि मुकर्रर की है।