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विवि बंद कराने वालों पर होगी प्राथमिकी

बार-बार छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय को बंद कराए जाने पर विवि प्रशासन सख्त रहेगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jul 2017 02:10 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jul 2017 02:10 AM (IST)
विवि बंद कराने वालों पर होगी प्राथमिकी
विवि बंद कराने वालों पर होगी प्राथमिकी

मुजफ्फरपुर। बार-बार छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय को बंद कराए जाने पर विवि प्रशासन सख्त रहेगा। सीसीटीवी के माध्यम से उपद्रवी छात्रों पर नजर रखी जाएगी। उन्हें चिह्नित कर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। ये बातें बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव ने कही। वे गुरुवार को पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उनके साथ कुलसचिव डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव भी थे।

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कहा कि मंगलवार की छात्रों की जबरन विवि बंदी के दौरान कर्मियों से झड़प हुई थी। मारपीट की नौबत आ गई थी। ऐसा करने वाले छात्रों के सीसीटीवी फुटेज सामने नहीं आ पाए क्योंकि क्लोज सर्किट कैमरा खराब था। विवि प्रशासन को ऐसी जानकारी मिली है कि कुछ ही छात्र ऐसे हैं। ये दर्जन भर भी नहीं होकर यहां मांगों को लेकर बंद कराते हैं। उनके इस कृत्य से बाहर से आने वाले छात्र- छात्राओं को परेशान होना पड़ता है। उनका काम नहीं हो पाता है। विवि में विधि व्यवस्था कायम रखने के लिए जिला प्रशासन से भी वार्ता हुई है। वे हर प्रकार का सहयोग देने को तैयार है। आवश्यकता पड़ने पर फोर्स भी उपलब्ध होगी, लेकिन ये विकल्प नहीं है। सीसीटीवी ठीक हो गया है। भविष्य में ऐसे प्रोफेशनल छात्रों पर क्लोज सर्किट कैमरे की नजर होगी। सरकारी काम में बाधा डालने और कर्मियों से बदसलूकी के आरोपों में चिह्नित छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज होगी।

26 के बाद होगी बैठक : कुलपति ने कहा कि छात्रों की समस्याओं के प्रति विवि प्रशासन गंभीर है। छात्र कल्याण परिषद की 26 जुलाई के बाद बैठक होगी।

बंदी के बाद खुला विवि

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कर्मचारी संगठनों की कुलपति से वार्ता के बाद प्रशासनिक भवन खुला। वार्ता के दौरान गौरव कुमार, सुमन मिश्रा, रंजन कुमार, अजय कुमार गौड़, बैरागी आदि मौजूद थे। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि दोबारा ऐसा हुआ तो बेमियादी आंदोलन होगा। पेयजल समस्या के हल का भी भरोसा दिलाया गया।


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