टूरिस्ट बस से 30 लाख की विदेशी शराब जब्त
उत्पाद विभाग की टीम ने रविवार को चांदनी चौक के समीप से एसी टूरिस्ट बस से 44 कार्टन विदेशी शराब जब्त की है।
मुजफ्फरपुर । उत्पाद विभाग की टीम ने रविवार को चांदनी चौक के समीप से एसी टूरिस्ट बस से 44 कार्टन विदेशी शराब जब्त की है। जब्त हरियाणा निर्मित शराब की कीमत लगभग तीस लाख रुपये आंकी गई है। वाहन चालक यूपी रामपुर इलाके के दिलबाग सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उत्पाद अधीक्षक दीनबंधु ने बताया कि सूचना मिलने के बाद जिले के बॉर्डर से ही उसका पीछा किया गया। चांदनी चौक के समीप टीम ने नाकेबंदी कर उक्त वाहन की तलाशी ली। तब शराब आपूर्ति के बड़े खेल का मामला सामने आया। टीम में अधीक्षक के साथ उत्पाद निरीक्षक सौरभ कुमार समेत अन्य कर्मी शामिल थे। एसी टूरिस्ट बस एंबुलेंस स्टाइल में बनी है। वाहन की सीलिंग के उपर सभी कार्टन को रखकर बाहर से उसे नाट-बोल्ट पर कस दिया गया था। ताकि बाहर से किसी को यह पता नहीं चले कि इसमें शराब है। लेकिन, टीम को मिली सटीक सूचना पर सीलिंग को खुलवाकर जांच की गई तो शराब के कार्टन मिलने के बाद सभी हैरान हो गए। गिरफ्तार चालक ने बताया कि उसे रामपुर से वाहन दिया गया था। इसके पूर्व दूसरा चालक वहां तक पहुंचा था। पूछताछ में पता चला कि हरियाणा निर्मित शराब के कार्टन को पानीपत में लोड किया गया था। इसमें वाहन मालिक रमेश मौर्य का नाम सामने आया है। बताया गया है कि दरभंगा के बडे़ शराब माफिया का इनसे संपर्क है। वहीं कार्टन भेजा जा रहा था।
उत्पाद विभाग के रिकॉर्ड पर गौर करें तो इसके पूर्व करोड़ों की शराब जब्त की गई है। ट्रक व कंटेनर से सामान के नीचे छुपाकर शराब के कार्टन को भेजा जा रहा था। लेकिन, लगातार छापेमारी में पकड़े जाने के बाद शराब माफिया तकनीक बदलकर अलग-अलग ढंग से शराब पहुंचाने में जुट गए।
चालक के पास से जब्त मोबाइल को उत्पाद विभाग की टीम खंगाल रही है। प्रारंभिक जांच में शराब के धंधे में एक पूर्व व एक वर्तमान जनप्रतिनिधि का नाम सामने आया है। उनके नंबर को टीम ने टारगेट में लिया है।
सूबे में शराबबंदी के बाद लगातार उत्पाद व पुलिस विभाग की तरफ से शराब की खेप जब्त की जा रही है। इसके पूर्व भी उत्पाद व पुलिस विभाग की तरफ से गायघाट, बोचहां, मनियारी, सदर, अहियापुर, ब्रह्मापुरा समेत कई थाना क्षेत्रों से तीस करोड़ से अधिक की विदेशी शराब जब्त की जा चुकी है।
हरियाणा के शराब माफिया उत्तर बिहार के कई जिलों में सक्रिय हैं। इनके एजेंट भी यहां पर घूमते हैं। सौदा पक्का होने के बाद शराब को उनके ठिकाने तक पहुंचाने का काम करते हैं। इसके लिए चालक को भी मनमानी कीमत दी जाती है। पकड़े जाने पर उसे जमानत कराने का भी शराब माफिया ही ठेका लेते हैं।
खुफिया विभाग की तरफ से राज्य के वरीय अधिकारियों को इस तरह से शराब की आपूर्ति होने की सूचना दी गई थी। रविवार को एंबुलेंस स्टाइल की टूरिस्ट बस से शराब की बड़ी खेप पकड़े जाने के बाद यह सूचना सच साबित हो गई।