पूर्वोत्तर क्षेत्र से आनी है दूसरी हरित क्रांति
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि के बीज एवं फॉर्म प्रक्षेत्र ढोली के प्रांगण में फसलों के गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन पर विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न हो गई।
मुजफ्फरपुर। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि के बीज एवं फॉर्म प्रक्षेत्र ढोली के प्रांगण में फसलों के गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन पर विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न हो गई। प्रशिक्षणार्थियों को मुख्य अतिथि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के पूर्व एडीजी डॉ.जेएस चौहान एवं डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा के निदेशक अनुसंधान डॉ.जेपी.उपाध्याय ने प्रमाण प्रत्र वितरित किया। मौके पर डॉ. चौहान ने कहा कि देश के पूर्वोत्तर क्षेत्रों कृषि के प्राकृतिक संसाधन काफी मात्रा में हैं। दूसरी हरित क्रांति भी इसी क्षेत्र से आएगी। इसलिए हमलोगों को काफी मेहनत करने की जरुरत है। उन्होंने गुणवत्ता पूर्ण बीज किसानों तक पहुंचाने का आहवान बीज वैज्ञानिकों से किया। इस कार्य में दक्ष होने के लिए हमें समय-समय पर प्रशिक्षण करना होगा जिससे हमारे ज्ञान में वृद्धि हो सकेगी। अध्यक्षता निदेशक अनुसंधान डॉ.जेपी उपाध्याय ने की। संचालन बीज वैज्ञानिक डॉ.रविकांत ने किया। मौके पर निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ.देवेंद्र सिंह, राजेश कुमार, विनय कुमार चौधरी आदि भी थे।