अनशनकारी की हालत बिगड़ी, उठाकर भेजा अस्पताल
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कार्यालय में अनशनकारी की हालत बिगड़ने लगी है। शनिवार की शाम स्थिति चिंताजनक होने के बाद उसे सदर अस्पताल भेजा गया।
मुजफ्फरपुर। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कार्यालय में अनशनकारी की हालत बिगड़ने लगी है। शनिवार की शाम स्थिति चिंताजनक होने के बाद उसे सदर अस्पताल भेजा गया। जिला परिषद माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों के लिए चयनित महिला अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र को लेकर पिछले आठ दिनों से डीपीओ स्थापना कार्यालय में अनशन पर बैठी हैं। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना नीता पांडेय ने शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक को मेल के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी दी। साथ ही आवश्यक कागजात भी भेजे। शनिवार की शाम अनशनकारियों की हालत बिगड़ने लगी। मामले की जानकारी मिलने के बाद दंडाधिकारी सह राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान डीपीओ कामेश्वर कामंती अनशनस्थल पहुंचे। इसके बाद एक महिला अभ्यर्थी नमिता सिन्हा को सदर अस्पताल में भेजा गया।
उधर, अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उप विकास आयुक्त व डीपीओ स्थापना की लापरवाही से शिक्षक बहाली की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। अधिकारियों की लापरवाही से तंग आकर अभ्यर्थी धरने पर बैठ गई। अभ्यर्थियों की मानें तो 21 दिसंबर को काउंसलिंग हुई थी। स्कूल चयन व नियुक्ति पत्र के लिए 26 फरवरी को बुलाया गया था। लेकिन पंचायत चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू होने की वजह से नियुक्ति रोक दी गई थी। डीपीओ ने आश्वस्त किया था कि आचार संहिता खत्म होने के बाद बहाली की कार्यवाही होगी। अब विभाग पल्ला झाड़ने लगा है। आक्रोशित अभ्यर्थियों ने कहा कि नियुक्ति पत्र नहीं मिलने पर डीएम के समक्ष अनशन किया जाएगा। इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ तो सामूहिक आत्मदाह किया जाएगा।
अनशन स्थल पर देर रात करीब पौने 11 बजे एसडीओ पूर्वी, नगर डीएसपी सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। सभी अनशनकारियों को उठाकर सदर अस्पताल में जबरन भर्ती कराया।