चंदा इकट्ठा कर रामो देवी का दाह संस्कार
कांटी कस्बा नगर पंचायत वार्ड-8 के सुकल साह की पत्नी रामो देवी का सोमवार को चंदा जमा कर जैसे-तैसे दाह संस्कार तो कर दिया गया।
मुजफ्फरपुर। कांटी कस्बा नगर पंचायत वार्ड-8 के सुकल साह की पत्नी रामो देवी का सोमवार को चंदा जमा कर जैसे-तैसे दाह संस्कार तो कर दिया गया। अब उनके सामने चिंता है कि श्राद्धकर्म कैसे होगा? रामो देवी के पुत्र जगदीश साह की दो दशक पूर्व मौत के बाद परिवार का बोझ पोता सुनील कुमार व अनिल कुमार के कंधों पर है। जगदीश साह की विधवा शकुंतला देवी कहती हैं कि ससुर वृद्ध व लाचार हैं। अंत्योदय योजना के लाभार्थी होने के बावजूद सरकारी लाभ नहीं मिला। पोता सुनील कुमार ने बताया कि फुआ सीता देवी, सीमा देवी, रीता देवी, विभा देवी, फूफा रामभरोस साह, नंदू साह व अन्य रिश्तेदार के अलावा समाज के लोग साथ हैं। इनके बलबूते ही सभी कार्य करेंगे। आरोप लगाया कि नगर पंचायत अध्यक्ष वार्ड-8 की शोभा गुप्ता मदद की बात तो दूर हाल तक लेने नहीं पहुंची हैं।
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कांटी पीएचसी में भी नहीं मिली थी एंबुलेंस : सुनील ने बताया कि बीमार होने पर दादी को पहले कांटी पीएचसी में इलाज को ले गया। वहां से चिकित्सक ने एसकेएमसीएच रेफर कर दिया। वहां एंबुलेंस को कहा तो 250 रुपये की मांग की गई, जबकि ऑटो से 150 रुपये में ही एसकेएमसीएच पहुंच गया। वहां भर्ती कर इलाज प्रारंभ हुआ, लेकिन इलाज में गंभीरता नहीं दिखाई गई। अस्पताल से शव ले जाने के लिए सरकारी वाहन की मांग की गई। फूफा रामभरोस साह व नंदू साह लोगों इधर-उधर भटकते रहे। अस्पताल परिसर में लगे शव वाहन के चालक ने पहले पांच सौ रुपये जमा करने को कहा, इसके बाद प्रति किलोमीटर 10 रुपये की मांग की। निजी एंबुलेंस के लिए गए तो एक हजार रुपये की मांग की। बाद में आठ सौ रुपये मांगे। पांच सौ देने की बात पर भड़क गया और उल्टा-सीधा बोलने लगा। जब कहीं से कोई बात नहीं बनी तो मोटरसाइकिल से ही शव लेकर जाना पड़ा।