सिविल सर्जन का घेराव, प्रदर्शन
वेतन से वंचित स्वास्थ्यकर्मियों का आक्रोश फूटा पड़ा।
मुजफ्फरपुर : वेतन से वंचित स्वास्थ्यकर्मियों का आक्रोश फूटा पड़ा। सिविल सर्जन के वाहन का घेराव कर नारेबाजी भी की। सीएस कार्यालय पर धरना दिया। कर्मचारियों का गुस्सा देख सीएस कार्यालय में अफरा-तफरी रही। बिहार चिकित्सा जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार पांडेय व जिला मंत्री कुमारी शोभा ने कहा कि बिहार सरकार की दो रंगी नीति के कारण 2211 शीर्ष कर्मियों को आठ महीने से वेतन नहीं मिला। घर-परिवार चलना मुश्किल है और कई तो आत्मदाह का निर्णय ले रहे हैं। सीएस डॉ. ललिता सिंह ने कर्मचारी नेताओं से बातचीत कर वेतन निकासी के लिए राज्य मुख्यालय से पहल करने की बात कही। नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर समय पर मांग पूरी नहीं की गई तो वे स्वास्थ्य सेवा ठप करेंगे। सकरा में पदस्थापित एएनएम सोनाली कुमारी को 13 माह से वेतन नहीं मिलने पर जिला मंत्री कुमारी शोभा ने सीएस से कहा कि वह सकरा प्रभारी से तत्काल 25 हजार एडवांस दिलाएं, ताकि कर्मचारी को भुखमरी से बचाया जा सके। इस मौके पर उमेश प्रसाद श्रीवास्तव, विभा कुमारी, शंभू प्रसाद सिंह व उपेंद्र ठाकुर आदि ने संबोधित किया।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि वेतन नहीं मिलेगा तो पब्लिक की सेवा करेंगे, लेकिन, कोई भी एएनएम व आशा स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट नहीं करेंगी। कंप्यूटर प्रशिक्षण का भी एएनएम व अन्य कर्मी विरोध करेंगे। कंप्यूटर प्रशिक्षण देना है तो सरकारी स्तर पर दिया जाए। निजी सेंटर पर कोई प्रशिक्षण लेने नहीं जाएगा।