आथर पुल का एप्रोच पथ बखरी बांध से जुड़ेगा
बोचहां की जनता को लंबी लड़ाई के बाद आथर घाट पर पुल की सौगात तो मिली।
मुजफ्फरपुर। बोचहां की जनता को लंबी लड़ाई के बाद आथर घाट पर पुल की सौगात तो मिली। मगर, प्रस्ताव में थोड़ी चूक के कारण इसकी उपयोगिता कम हो गई। क्योंकि इसका एप्रोच पथ बिंदा बांध से बखरी बांध तक नहीं पहुंचा। मगर, मामला जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय आने पर इस दिशा में सफलता मिलती दिख रही। जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी रंजना कुमारी ने लोकहित को देखते बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के वरीय परियोजना अभियंता के एप्रोच पथ की लंबाई बढ़ाने को कहा है।
बोचहां के देवव्रत सहनी ने शिकायत की थी कि निगम ने स्थल निरीक्षण किए बिना प्राक्कलन तैयार कर दिया। इसमें बांध से बांध की दूरी करीब दो किलोमीटर दिखाई गई थी। जबकि बिंदा बांध से बखरी बांध की दूरी करीब पांच किमी है। इस चूक के कारण 35.54 करोड़ की इस योजना में 2200 मीटर लंबे एप्रोच पथ को प्रशासनिक स्वीकृति मिली। मामले को लेकर डीएम से भी शिकायत की गई थी। उन्होंने भी एप्रोच पथ को बखरी बांध तक मिलाने को कहा। मगर, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद मामला जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में दायर किया गया। इसमें वरीय परियोजना अभियंता ने पक्ष रखते हुए कहा कि अब यह संभव नहीं। क्योंकि प्रशासनिक स्वीकृति की राशि नहीं बढ़ाई जा सकती। दोनों पक्षों को सुनने के बाद जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि अन्य योजना से ही इस एप्रोच पथ की लंबाई बखरी बांध तक बढ़ाने के लिए विभाग से पत्राचार करें। उन्होंने इसके लिए 25 दिनों का समय भी दिया गया।
एनएच 28 से सीधे हो जाएगा एनएच 57 का जुड़ाव
इस एप्रोच पथ की लंबाई बढ़ने से एनएच-28 का एनएच-57 से सीधे जुड़ाव हो जाएगा। इससे क्षेत्र की करीब चार लाख लोगों को फायदा होगा।