शिकायतकर्ता ही गबन के दोषी
चुनावी प्रतिद्वंद्विता में गलत आरोप लगाकर दूसरे को फंसाने वाले एक पूर्व मुखिया खुद इसमें उलझ गए।
मुजफ्फरपुर। चुनावी प्रतिद्वंद्विता में गलत आरोप लगाकर दूसरे को फंसाने वाले एक पूर्व मुखिया खुद इसमें उलझ गए। जांच में शिकायत करने वाले पूर्व मुखिया ही गबन के दोषी पाए गए। अब उनपर कार्रवाई की तैयारी चल रही।
फर्जी राशन कार्ड गबन का दर्ज किया था मामला
अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय, पूर्वी में राजखंड (औराई) के पूर्व मुखिया उदय महतो ने डीलर सुरेश पासवान पर मृत व फर्जी लोगों के नामपर सैकड़ों राशनकार्ड वितरित कर गबन की शिकायत दर्ज कराई। इसके अलावा भी कई तरह की शिकायतें शामिल थी। मामले की जांच शुरू होने पर मामला उलटा साबित होने लगा। एक ओर जहां डीलर के समर्थन में लाभुकों ने किसी तरह की शिकायत होने से इन्कार कर दिया। डीलर की बहू के मुखिया का चुनाव जीतने के कारण यह शिकायत की गई। वहीं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की रिपोर्ट से पूर्व मुखिया पर ही शिकंजा कस गया। इसके अनुसार जिन मृत व फर्जी लोगों के नामपर राशनकार्ड व राशन-केरोसिन का वितरण दिखाया गया उसका चयन उदय भगत के मुखिया पद पर रहते हुए हुआ। इसलिए इसमें उनकी भी सहभागिता है। मामला फंसता देख पूर्व मुखिया ने लिखित देकर शिकायत वापस ले लिया। साथ ही यह भी कहा कि भविष्य में झूठा मुकदमा नहीं करेंगे।
इसके बाद अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, पूर्वी राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने पारित आदेश में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी औराई को नियमित रूप से जन वितरण प्रणाली की दुकान का निरीक्षण करने को कहा। वहीं जिला आपूर्ति पदाधिकारी को इस मामले की जांच का आग्रह किया। ताकि, इसकी सच्चाई सामने आ सके।