अधिकांश स्कूली बच्चे नहीं देख सके लाइव प्रसारण
मुजफ्फरपुर : देश के इतिहास में दूसरी बार ऐसा हुआ, जब शिक्षक दिवस से एक दिन पूर्व स्कूलों में प्रधानम
मुजफ्फरपुर : देश के इतिहास में दूसरी बार ऐसा हुआ, जब शिक्षक दिवस से एक दिन पूर्व स्कूलों में प्रधानमंत्री का भाषण सुनाया गया। मुजफ्फरपुर में सभी बच्चे इस भाषण को नहीं सुन पाएं। कुछ स्कूली बच्चों को ही यह लाभ मिल पाया।
शिक्षा विभाग एवं प्रधानाध्यापकों की लापरवाही से अधिकांश स्कूलों में लाइव प्रसारण देखने व सुनने के संसाधन ही नहीं दिखे। सूत्रों के अनुसार 90 फीसद स्कूलों में न तो टीवी सेट हैं और न ही डिश व केबल कनेक्शन की व्यवस्था है। ऐसे में नरेन्द्र मोदी का लाइव संदेश प्रत्येक छात्र तक कैसे पहुंच सकता था। एक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि इसके लिए अतिरिक्त बजट नहीं है। शिक्षा विभाग के अनुसार जिले में लगभग 3020 प्राइमरी व मध्य विद्यालय हैं।
कागजी खानापूरी शुरू
प्रधानमंत्री का भाषण अधिकांश बच्चे नहीं सुन सके। वहीं शिक्षक ही फर्जी आंकड़ा भेज रहे हैं। शुक्रवार को देर शाम तक मात्र कांटी, मड़वन व मुरौल से रिपोर्ट मुख्यालय को मिली है।
मुख्यालय को मिली ये रिपोर्ट :
प्रखंड -- स्कूल --- सुनने वाले बच्चों की संख्या
कांटी ---157--- 29,251
मुरौल --- 75 -- 14,570
मड़वन -- 103 -- 20430
बयान :: शिक्षक दिवस से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण हुआ है। स्कूलों को भाषण सुनाने की व्यवस्था के संबंध में निर्देश दिए गए थे। अधिकांश सरकारी स्कूलों में रेडियो हैं। टीवी न होने पर बच्चों को रेडियो पर भाषण सुनाना था। प्रखंड शिक्षा अधिकारियों को देर शाम तक रिपोर्ट सौंपनी थी, ताकि सरकार को भेजी जा सके। कार्यक्रम आयोजित नहीं करने वाले स्कूलों को चिह्नित किया जा रहा है।
गणेश दत्त झा, जिला शिक्षा अधिकारी