भ्रष्टाचार विरोध परिषद की टीम पहुंची सरैया, कार्यालयों को खंगाला
मुजफ्फरपुर। भ्रष्टाचार विरोध परिषद पीएससीओआइ की टीम राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार के नेतृत्व में सर
मुजफ्फरपुर। भ्रष्टाचार विरोध परिषद पीएससीओआइ की टीम राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार के नेतृत्व में सरैया पहंची और प्रखंड, अंचल व थाने जाकर कई मामले को खंगाला। टीम ने सीओ अमरेंद्र कुमार के कक्ष में पहुंचकर सनसनीखेज आरोप लगाया। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष कामू ने आरोप लगाया कि बिसरपट्टी के एक मामले में राजस्व कर्मचारी मो. नसीब ने दाखिल-खारिज के लिए एक लाख रुपये मांगे जिसमें 50 हजार प्राप्त भी कर चुके हैं। शेष पैसे नहीं देने के कारण मामले पर सुनवाई नहीं हुई। टीम ने 20 दिनों का समय देते हुए इसके निष्पादन को कहा। इसके बाद टीम थाने पहुंची। थानाध्यक्ष के क्षेत्र में होने की बात सुन टीम के सदस्य आक्रोशित हो गए। कहा कि चार्ज में कौन है बताओ, स्टेशन डायरी टीम मांगी। मुंशी द्वारा असमर्थता जताने पर टीम के सदस्य बरसे पड़े। कहा कि थाना में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। टीम में परिषद के सुबोध कुमार, रंजीत राज, कामु कुमार, डॉ. जाकिर हुसैन, डॉ. मुश्ताक अहमद, इमरान साहब, विक्रम शामिल थे।
कार्ड मांगने पर टीम फरार
एंटी कॉरप्शन की टीम बुधवार को पारू प्रखंड मुख्यालय पहुंची। टीम के सदस्यों ने कार्यालय पहुंच अधिकारियों को हड़काया और कहा कि अगर भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगा तो पीएम व गृह विभाग को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। टीम के समक्ष धरफरी गांव के विनय कुमार ने बताया कि धरफरी गांव का डीलर करीब सौ उपभोक्ताओं को एक वर्ष से राशन नहीं दे रहा है। तब टीम के सदस्यों ने कहा कि अविलंब समाधान होगा, नहीं तो डीलर का लाइसेंस रद कर दिया जाएगा। टीम के सदस्य सीओ कार्यालय पहुंचे और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की बात कही। सीओ योगेंद्र कुमार ने सदस्यों से कहा कि हमारे विभाग से कोई शिकायत मिली है तो कार्रवाई की जा सकती है। बात आगे बढ़ने पर सीओ ने सदस्यों से परिचय पत्र या विभागीय कागजात दिखाने को कहा तो सदस्य यह कहते हुए निकल पडे़ कि कागजात डेरा पर छूट गया है। बता दें कि पूर्व में एक डीलर का पौत्र व एक अन्य व्यक्ति बीडीओ को अपने कार्य के लिए हड़का चुका है।