मेडिकल में दूसरे दिन भी नहीं हुई सफाई
मुजफ्फरपुर : श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय के सफाईकर्मियों ने दूसरे दिन गुरुवार को भी काम बंद रखा।
मुजफ्फरपुर : श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय के सफाईकर्मियों ने दूसरे दिन गुरुवार को भी काम बंद रखा। इससे महाविद्यालय से लेकर छात्रावासों तक की सफाई व्यवस्था चरमराने लगी।
मजदूर सुबह से ही भुगतान के लिए ठेकेदार के इंतजार में महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर जमे थे। ठेकदार के नहीं पहुंचने पर प्रदर्शन और नारेबाजी की। दोपहर बाद ठेकदार अरुण कुमार चैनपुरी पहुंचे और मजदूरों के समक्ष अपनी समस्या रखी। इसके बाद बरसर डॉ. रणजीत कुमार ने 10 दिनों के अंदर भुगतान का आश्वासन दिलाया। तत्काल इन मजदूरों को एक-एक हजार रुपये ठेकेदार ने उपलब्ध कराए। इसके बाद मजदूर शुक्रवार से काम पर लौटने को तैयार हुए।
ढाई माह से परेशानी
मालूम हो कि आउटसोर्सिग के तहत काम कर रहे सफाई कर्मियों ने बुधवार को अचानक कार्य बंद कर दिया। इससे वहां विभिन्न विभागों के साथ छात्रावास की सफाई ठप है। आरोप है कि विगत ढाई माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे सफाई कर्मचारियों की दैनिक हालत बिगड़ने लगी है।
आठ घंटे काम, फिर नहीं भुगतान
राकेश कुमार, मोहित कुमार, मोहन कुमार, ¨रकू देवी, मछिया देवी, नगीना देवी, मनोज मलिक, दीपक कुमार, संजय कुमार और मुकेश कुमार सहित अन्य सफाई कर्मचारियों का कहना है मजदूरी के नाम पर उन्हें प्रतिदिन महज 100 रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाता है और आठ घंटे काम लिया जाता है। वह भी समय से नहीं मिल रहा है। घर का खर्च कैसे चलेगा, समझा जा सकता है। उनका कहना था कि गंदगी से होने वाले संक्रमण से बचाने की व्यवस्था भी ठेकेदार ने नहीं की है। हाथ में पहनने के लिए गलब्स और मास्क भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है। स्वास्थ्य जांच की भी व्यवस्था नहीं है।
दूसरी ओर अपूर्वा इंटरप्राइजेज के तहत काम करा रहे ठेकेदार अरुण कुमार चैनपुरी का कहना है कि मजदूरों को 5200 रुपये प्रतिमाह दिया जाता है। इसमें से 2200 ईपीएफ एवं ईएसआई के नाम पर काटा जाता है।