डीडीसी पर भारी पड़े हाईस्कूल के एचएम
मुजफ्फरपुर : फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बहाल बहुत से लाइब्रेरियन बर्खास्तगी के बावजूद अपने पद प
मुजफ्फरपुर : फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बहाल बहुत से लाइब्रेरियन बर्खास्तगी के बावजूद अपने पद पर जमे हैं। स्कूलों में उनकी हाजिरी भी बन रही है। जबकि डीडीसी ने ऐसे लाइब्रेरियन की बर्खास्तगी का निर्देश पिछले महीने जारी किया था। शिक्षा विभाग में चर्चा है कि डीडीसी पर हाईस्कूल के एचएम पर भारी पड़ रहे हैं।
वर्ष 2010 में जिला परिषद व नगर निगम अंतर्गत हाईस्कूलों में लाइब्रेरियन की बहाली हुई थी। इसमें सरकार के निर्देश का अनुपालन नहीं किया गया। अनुमोदित औपबंधिक सूची में अमान्य संस्थान से डिग्री लिए अभ्यर्थियों का नाम शामिल है। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (यूटीएस) रायपुर की डिग्री अमान्य है। इसके बावजूद अंतिम मेधा सूची में इससे डिग्री लिए अभ्यर्थियों के नाम शामिल कर बहाली कर दी गई। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने भी 28 अप्रैल को भेजे पत्र में इस बात का जिक्र किया था। काफी जद्दोजहद के बाद उप विकास आयुक्त ने ऐसे लाइब्रेरियन को बर्खास्त कर दिया। लेकिन हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक आदेश को नहीं मान रहे हैं। कई प्रधानाध्यापकों ने बताया कि बर्खास्त करने के संबंध में किसी तरह का निर्देश प्राप्त नहीं है। नियोजन इकाई ने कोई पत्र नहीं भेजा है।
ऐसे हुआ खुलासा
सूचना का अधिकार के तहत एक व्यक्ति ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से यूटीएस रायपुर की डिग्री के संबंध में जानकारी मांगी। यूजीसी ने जानकारी दी कि प्रो. यशपाल बनाम छत्तीसगढ़ के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार यूटीएस रायपुर फिलहाल बंद है। वह डिग्री प्रदान करने के लिए अधिकृत नहीं है।
इनका नियोजन हुआ था रद
-राकेश कुमार सिंह, उवि छाजन मोहनी कढ़नी,
-रवि कुमार चतुर्वेदी, उवि राजेपुर लखना, साहेबगंज
-ऋषिकांत, उवि पुरुषोत्तमपुर, कुढ़नी
-प्रफुल्ल कुमार, उवि पिरौंछा, गायघाट
-जेबा, उवि बड़कागांव, मड़वन
-दीपक कुमार सिंह, उवि मटिहानी, औराई
-नीरज कुमार सिंह, उवि संरहचिया, औराई
-अर्चना कुमारी, उवि मनियारी, कुढ़नी
-ज्योति, उवि बाघी, कुढ़नी
-दिनेश यादव, उवि मीनापुर, मीनापुर
-किरण कुमारी, उवि सरफुद्दीनपुर, बोचहां
-संतोष कमल, उवि जनाढ़, गायघाट
-ऊषा कुमारी, उवि बोचहां, बोचहां
-पुष्पा कुमारी, उवि नथुनी भगत
-दीपांकर देव पासवान, उवि मनाईन, साहेबगंज
-किरण कुमारी, उवि सरमस्तपुर, पारू
हाजिरी बनाने की जानकारी मिली है। जिसकी छानबीन की जा रही है। किसी भी स्थिति में मानदेय का भुगतान नहीं होगा।
-अवनीन्द्र कुमार सिन्हा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना