हत्याकांड के विरोध में अधिवक्ताओं का मौन जुलूस
मुजफ्फरपुर । करजा थाना क्षेत्र के रौतिनिया में बम विस्फोट कर ब्रजकिशोर शर्मा उर्फ मदन शर्मा व मासूम
मुजफ्फरपुर । करजा थाना क्षेत्र के रौतिनिया में बम विस्फोट कर ब्रजकिशोर शर्मा उर्फ मदन शर्मा व मासूम आशिक कुमार की हत्या के विरोध में अधिवक्ताओं ने मौन जुलूस निकाला। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर प्रसाद सिन्हा व महासचिव सचिदानंद सिंह के संयुक्त नेतृत्व में वकालतखाना भवन से जुलूस शुरू होकर समाहरणालय पहुंचा। मौन जुलूस में एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीके लाल, महासचिव रामशरण प्रसाद सिंह शामिल थे। बाद में एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी अनुपम कुमार से मिलकर उन्हें अपनी मांगों के समर्थन में पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी ने सभी मांगों पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। सौंपे गए ज्ञापन में अधिवक्ता ब्रजकिशोर शर्मा के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं आश्रितों को दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की गई है। पूर्व में दो अधिवक्ताओं शैलेन्द्र पाण्डेय व रामकुमार ठाकुर के हत्यारों की गिरफ्तारी हो और स्पीडी ट्रायल द्वारा सजा देने, कचहरी परिसर एवं कचहरी आने-आने के क्रम में अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने व अधिवक्ताओं द्वारा सुरक्षा के लिए मांगे जाने पर प्राथमिकता के आधार पर आर्म्स लाइसेंस निर्गत करने की मांग भी शामिल है। इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जयमंगल प्रसाद, संयुक्त सचिव केशव कुमार, विभूतिनाथ झा, कोषाध्यक्ष महेश प्रसाद श्रीवास्तव, सहायक सचिव भास्कर कुमार, अरविंद कुमार सिंह, राजू शुक्ला, कार्यकारिणी सदस्य रामनारायण झा, अजीत कुमार वर्मा, राजवी कुमार, नीरज कुमार, आनंद कुमार सिंह, अमित रंजन कुमार, अशोक कुमार सिंह, अधिवक्ता रवि प्रताप, प्रमोद कुमार शर्मा, मुकेश कुमार झा, चन्द्रभूषण प्रसाद सिंह, रजी अहमद सिद्दीकी, राम विनय तिवारी, परिमलेश कुमार सदन, प्रवीण कुमार, महेन्द्र राय, मो.दाउद, दीपक सहनी, शेषनाथ सुमन, भारत कुमार, संजीव कुमार, मोहन कुमार, प्रभात कुमार राजू व रामनरेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल थे।
कफन बांध पहुंचे मृत अधिवक्ता के परिजन
मृत अधिवक्ता ब्रजकिशोर शर्मा उर्फ मदन शर्मा एवं मासूम आशिक कुमार के परिजन सिर पर कफन बांध कर जुलूस की शक्ल में समाहरणालय पहुंचे। उनके पहुंचते ही वहां का माहौल गमगीन हो गया। परिजनों ने भी जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।