'कायम हो पठन-पाठन का माहौल'
जासं, मुजफ्फरपुर : सूबे में कायम शैक्षणिक अराजकता को लेकर गुरुवार को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्
जासं, मुजफ्फरपुर : सूबे में कायम शैक्षणिक अराजकता को लेकर गुरुवार को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ने जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया। मुख्य गेट को जाम कर नारेबाजी करते रहे। छात्रों को आरोप था कि उनके भविष्य के साथ राज्य सरकार खिलवाड़ कर रही है। प्रदर्शनकारी स्कूल-कॉलेजों में पठन-पाठन का माहौल कायम करने, सेमेस्टर प्रणाली पर रोक लगाने, नैक को रद करने, छात्र कल्याण योजनाओं में व्याप्त अनियमितताओं व भ्रष्टाचार को दूर करने, स्कूलों में शिक्षक व कर्मचारियों के रिक्त पदों पर स्थाई नियुक्ति करने आदि की मांग कर रहे थे। इसके पूर्व जिले के विभिन्न स्कूल व कॉलेजों से आए छात्र-छात्राओं ने शहीद खुदीराम बोस स्मारक से जुलूस निकाला। चिलचिलाती धूप के बावजूद उनके चेहरे पर सिकन देखने को नहीं मिल रही थी। विभिन्न मार्गो से होते हुए वे लोग समाहरणालय पहुंचे। उनका नेतृत्व कर रहे संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ने 8वीं कक्षा तक पास-फेल प्रथा को खत्म कर शिक्षा की बुनियाद को ही खोखला कर दिया है। शिक्षकों व कर्मचारियों के लाखों पद रिक्त पड़े हैं। कार्यरत शिक्षक भी अधिकतर समय गैर शैक्षणिक कार्यो में लगे रहते हैं। इससे स्कूल-कॉलेजों में पठन-पाठन का माहौल ही खत्म हो गया है। शिक्षा के निजीकरण व व्यवसायीकरण को बढ़ावा देने के लिए सेमेस्टर सिस्टम तथा नैक जैसी शिक्षा विरोधी नीति को लागू किया जा रहा है। जिला सचिव लालबाबू राय ने कहा कि राज्य में बहुसंख्यक छात्र साइकिल, पोशाक, छात्रवृत्ति और पाठ्य-पुस्तकों से वंचित हैं। सभा को विजय कुमार, रविरंजन, शिव कुमार, आदित्य, शिव बालक, विकास कुमार, निर्मला, रजनी, नेहा आदि ने भी संबोधित किया। श्रवण कुमार ने शैक्षणिक समस्याओं पर जनवादी गीत प्रस्तुत किए। अंत में जिलाधिकारी को 15 सूत्री मांगों को लेकर स्मार-पत्र दिया गया।