हिली बोतल, समझो भूकंप आया
मुजफ्फरपुर, संस : मां ये देखो बोतल का पानी हिलने लगा। अरे भागो .. भूकंप ..आया। कुछ इस तरह रविवार को
मुजफ्फरपुर, संस : मां ये देखो बोतल का पानी हिलने लगा। अरे भागो .. भूकंप ..आया। कुछ इस तरह रविवार को सरैयागंज निवासी प्रदीप और रानी अपनी मां रेणु से कहते नजर आये। बच्चों की सूझबूझ ने भूकंप के झटके से बचाव का रास्ता खोज सर्तकता बरत रहे है। उनकी निगाहें बोतलों में भरी पानी पर टिकी हैं। और ध्यान घर के मुख्य द्वार की ओर ।
भूकंप के झटके आने के पहले कई परिवार के बच्चों ने अपने घर में बोतलों में पानी भर प्रकृति के प्रकोप से बचने का इंतजाम कर लिया था। ऐसी तैयारी सरैयागंज, कल्याणी, देवी मंदिर स्थित कई घरों में देखने को मिला। बार बार के झटके के डर रहे घरों में जहां बड़े टीवी खोल बैठे थे। वहीं बच्चों का एक हूजुम अपने प्रयोग करने में लगा रहा। पानी हल्का भी हिला कि लोग घर छोड़ सड़कों की ओर दौड़ पड़ते। पूछे जाने पर दीवान रोड निवासी सिमरन कहती है हमने पानी भर कर बरामदे पर रखा है। दोपहर में जब झटके आने शुरू हुए जब तक हम हमारा मन समझता हम सब पानी को देख बाहर हो लिए। सरैयागंज निवासी प्रमोद कहते हैं कि मानव मन को झटके को समझने में कुछ वक्त लगता है। लेकिन बच्चों का यह प्रयोग उस छन से पहले खुद को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने में सहायक बन रहा था।