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विशेष भू-अर्जन कार्यालय में तोड़फोड़

जासं, मुजफ्फरपुर : औराई प्रखंड के विभिन्न गांवों के विस्थापितों ने मुआवजा भुगतान में हो रही देरी को

By Edited By: Published: Fri, 20 Mar 2015 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2015 01:00 AM (IST)
विशेष भू-अर्जन कार्यालय में तोड़फोड़

जासं, मुजफ्फरपुर : औराई प्रखंड के विभिन्न गांवों के विस्थापितों ने मुआवजा भुगतान में हो रही देरी को लेकर गुरुवार को विशेष भू-अर्जन कार्यालय में बवाल काटते हुए जमकर तोड़फोड़ की। बेंच, कुर्सी, टेबुल आदि तोड़ते हुए फाइलें जहां-तहां फेंक दीं। इस दौरान मागों को लेकर जमकर नारेबाजी की। वे अंदर ही धरना पर बैठ गए। इस बीच कार्यालय पर आए राजद नेता पूर्व विधायक सुरेन्द्र प्रसाद यादव को भी आक्रोश का सामना करना पड़ा। किसी तरह वे अंदर जाकर बैठे व उनकी समस्या के निदान की पहल की। स्थिति को देख अधिकारी वहां से भाग गए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रखंड के सभी विस्थापित गांवों के लोगों को जून 2014 तक ही मुआवजे का भुगतान हो जाना था। यह समय सीमा विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी, गंडक परियोजना, मुजफ्फरपुर ने तय की थी। लेकिन, एक तो वास्तविक विस्थापित परिवारों को मुआवजा भुगतान में देरी की जा रही है, दूसरी ओर जो विस्थापित नहीं हैं, उनका नाम भी इस सूची में दर्ज कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने खुलेआम विशेष भू-अर्जन कार्यालय में दलाली चलने का आरोप लगाया। वक्ताओं ने बिना दलाली व रिश्वतखोरी के वास्तविक विस्थापित परिवारों को मुआवजा देने और गलत ढंग से विस्थापन का लाभ लेने वाले लोगों को सजा देने की मांग की। प्रदर्शन का नेतृत्व साकेत कुमार उर्फ राजू सिंह ने किया।

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इन गांवों से पहुंचे लोग

भरथुआ, मधुबन प्रताप, हरणीटोला नया गांव, बभनगामा, चैनपुर, बाड़ा खुर्द, चहुंटा, तेजौल, मथुरापुर खुर्द, मथुरापुर बुजुर्ग, सुन्दर खौली, मठना उर्फ बसुआ आदि।

ये रहीं मांगें :::::::::

- आए आवेदनों का सुधार विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी अपने कार्यालय के अभिलेख में करें।

- सभी गांवों को मकान मय सहन का 31 मार्च के अंदर भुगतान हो।

- विशेष भू-अर्जन कार्यालय में घूसखोरी बंद हो।

- अधियाचना सूची में दर्ज परिवारों की अधिसूचना जारी की जाए।

- कुछ खास कर्मचारियों के पास रखी विभिन्न राजस्व गांव के विस्थापितों की संचिका को शीघ्र निष्पादन हेतु अन्य कर्मचारियों में बांट दिया जाए।


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