नमो के लिए नेपाल में सड़क पर उतरे मधेसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकपुर यात्र रद होने के कारण नेपाल के मधेसी नाराज हैं। मधेसी द्विपक्षीय हितों के पक्षधर माने जाते हैं। नेपाल के वीरगंज में सड़क पर उनलोगों ने रैली निकाली और नारेबाजी की। नेपाल के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के लिए मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए नगर परिक्रमा
रक्सौल(पूच)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकपुर यात्र रद होने के कारण नेपाल के मधेसी नाराज हैं। मधेसी द्विपक्षीय हितों के पक्षधर माने जाते हैं। नेपाल के वीरगंज में सड़क पर उनलोगों ने रैली निकाली और नारेबाजी की। नेपाल के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के लिए मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए नगर परिक्रमा की। इसके बाद मधेसियों ने शहर के घंटा घर चौराहे पर जनसभा भी की। उल्लेखनीय है कि नमो की जनकपुर, मुक्तिनाथ धाम और बौद्ध मंदिर की पूर्व प्रस्तावित यात्रा सुरक्षा के लिहाज से रद कर दी गई है।
जनसभा में मधेसी जन अधिकार फोरम के जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि क्या देश में आने वाले पड़ोसी देश के नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था नहीं करने वाले प्रधानमंत्री सुशील कोइराला को सत्ता में रहने का अधिकार है? क्या नेपाली कांग्रेस की सरकार मधेस विरोधी नहीं है?
वक्ताओं का कहना था कि रक्सौल के रास्ते वीरगंज, जनकपुर या फिर सीतामढ़ी के रास्ते जनकपुर, मुक्तिनाथ धाम तथा लुंबनी की यात्रा से सीमावर्ती क्षेत्र में विकास को गति मिलने की संभावना थी। नेपाल सरकार नमो की यात्र को स्थगित कर मधेस क्षेत्र के विकास को रोकने का प्रयास कर रही है। मधेसी दलों से आंदोलन की अपील करते हुए वक्ताओं ने कहा कि नेपाल सरकार अगर सुरक्षा देने में सक्षम नहीं है, तो फोरम नमो की सुरक्षा-व्यवस्था करने में सक्षम है। सार्क सम्मेलन के बाद अगर नमो की तराई मधेस की यात्रा नहीं होती है तो फोरम के कार्यकर्ता धरना पर बैठेंगे।