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सड़कों में 15 दिन बाद से नहीं दिखेंगे गड्ढे

जासं, मुजफ्फरपुर : पथ निर्माण मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि सूबे में सड़कों की स्थित

By Edited By: Published: Sat, 22 Nov 2014 09:41 PM (IST)Updated: Sat, 22 Nov 2014 09:41 PM (IST)
सड़कों में 15 दिन बाद  से नहीं दिखेंगे गड्ढे

जासं, मुजफ्फरपुर : पथ निर्माण मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि सूबे में सड़कों की स्थिति जल्द अच्छी होगी। राज्य राजमार्ग सहित जिले की अन्य सड़कों को दुरुस्त करने के सख्त आदेश दिए गए हैं। 15 दिनों के अंदर काम दिखने लगेगा। इसके बाद सड़कों पर गड्ढे नहीं दिखेंगे। इसके लिए जिलाधिकारियों को मॉनिटरिंग करने के साथ ही कार्रवाई करने का अधिकार दिया गया है।

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पथ निर्माण मंत्री स्थानीय परिसदन में जिले के बोचहां प्रखंड के द्वारिकानगर-सरफुद्दीनपुर पथ में बूढ़ी गंडक नदी के आथर घाट पर 35 करोड़ की लागत से उच्च स्तरीय आरसीसी पुल के कार्यारंभ के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस पुल के निर्माण होने से मुजफ्फरपुर के साथ ही समस्तीपुर व दरभंगा जिले के लोगों को भी आवागमन में काफी लाभ मिलेगा। मंत्री ने कहा कि बरसात खत्म होने के बाद खराब हो गई पथ निर्माण विभाग की सभी सड़कों की मरम्मत कराने की योजना बनाई गई है। मुजफ्फरपुर की सड़कों को भी तीन पैकेजों में बांटकर दुरुस्त किया जाएगा। जबकि निर्माणाधीन सड़कों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। तिरहुत व दरभंगा प्रमंडल के सभी जिलों के जिलाधिकारियों व विभागीय अधिकारियों की बैठक कर इसकी समीक्षा की गई। कार्यपालक अभियंताओं को काम में लेट-लतीफी करने वाले संवेदकों पर कार्रवाई करने को कहा गया है। वहीं, जिलाधिकारियोंसे भी कहा गया है कि वे लगातार इसकी देखरेख करें। कहा-कई सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन, कई सड़कें जो बनाने के बाद जर्जर हो गई हैं, उसे दुरुस्त करने के लिए ओपीएमआरसी योजना के तहत राशि का प्रावधान किया गया है। कार्यपालक अभियंताओं को 10 लाख तक की योजना की स्वीकृति का अधिकार दिया गया है। ताकि, निर्माण कार्य में विलंब न हो। मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाकर देने के साथ ही 15 दिनों के अंदर राशि विमुक्त कर दी जाएगी। इसके अलावा विभिन्न मार्गो में भू-अधिग्रहण के मामले के निपटारे पर भी चर्चा हुई। कई सड़कों का निर्माण भू-अधिग्रहण के चलते लटका है। एक सवाल के जवाब में कहा कि कटरा-केवटसा पथ में निर्माण के साथ ही पुल गिर जाने के मामले में पांच अभियंताओं को निलंबित किया गया है। कंसल्टेंट पर कार्रवाई करते हुए राशि की वसूली की जाएगी।

इससे पहले मंत्री ने परिसर में ही शिलापट्ट से पर्दा उठाकर आथर घाट पुल का कार्यारंभ किया। उन्होंने समय सीमा से पहले पुल का निर्माण होने का भरोसा दिलाते हुए पुल निर्माण निगम के कार्यो की जमकर प्रशंसा की। कहा-नीतीश सरकार के कमान संभालने से पहले निगम का बजट मात्र 32 करोड़ का था। तीन दशक में 300 पुल बने थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश जी ने इस बात को समझा कि सूबे की आधारभूत संरचना तब तक दुरुस्त नहीं हो सकती जब तक सड़क व पुलों का जाल नहीं बिछेगा। वो भले अभी मुख्यमंत्री नहीं हैं, लेकिन उनके रोड मैप पर ही विकास हो रहा है। उनकी सोच का ही परिणाम है कि अब निगम का बजट 1300 करोड़ का है। 1400 पुलों का निर्माण हो चुका है। प्रधान सचिव ने कहा कि जल्द ही पुलों के निर्माण में तेजी लाने का आदेश दिया गया है। निगम के अध्यक्ष विनय कुमार ने कहा कि आथर घाट पर पुल की मांग काफी अरसे से थी। इसके बनने से एनएच57 एवं पूसा रोड के बीच आवागमन का नया मार्ग खुल जाएगा। स्वागत जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने किया। इस मौके पर पूर्व विधायक विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला, पूर्व विधान पार्षद गणेश भारती आदि मौजूद थे।


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