Move to Jagran APP

छठ पूजा के लिए शहरवासी रखें वैकल्पिक व्यवस्था

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : बूढ़ी गंडक नदी उफान पर है। उसका पानी घटने का नाम नहीं ले रहा है। हालात

By Edited By: Published: Wed, 22 Oct 2014 09:33 PM (IST)Updated: Wed, 22 Oct 2014 09:33 PM (IST)
छठ पूजा के लिए शहरवासी रखें वैकल्पिक व्यवस्था

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : बूढ़ी गंडक नदी उफान पर है। उसका पानी घटने का नाम नहीं ले रहा है। हालात यह रहे तो शहरवासी इस साल नदी घाटों पर भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य नहीं दे पाएंगे। उन्हें घर या मोहल्ले में घाट बनाकर छठ पूजा करनी होगी। मंगलवार को जिलाधिकारी अनुपम कुमार, नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा, एसडीओ पूर्वी सुनिल कुमार एवं नगर डीएसपी अनिल कुमार सिंह ने नदी घाटों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने शहरवासियों से अपील की है कि शहरवासी घाट की वैकल्पिक व्यवस्था करके रखें। यदि नदी का पानी नहीं घटा तो सिकंदरपुर सीढ़ीघाट, अखाड़ाघाट, आश्रमघाट, बालूघाट, लकड़ीढाइ घाट पर छठ पूजा मुश्किल होगी। प्रशासन किसी प्रकार का जोखिम नहीं उठाएगा। निरीक्षण के बाद डीएम ने सिकंदरपुर स्टेडियम के बाहरी भाग का निरीक्षण किया और वहां खुले मैदान में चार कृत्रिम घाट बनने का निर्देश दिया। कृत्रिम घाट निर्माण का काम नगर निगम द्वारा किया जाएगा। वहीं अन्य स्थलों की तलाश की गई। लोगों ने राजनारायण सिंह कॉलेज में भी कृत्रिम घाट बनवाने का अनुरोध किया। निरीक्षण के बाद डीएम ने कहा कि घाटों पर विशेष नजर रखी जा रही है।

loksabha election banner

सिकंदरपुर घाट का पानी यदि सीढ़ी तक सीमित रहता है तो वहां प्रशासनिक निगरानी में पूजा कराई जाएगी और यदि पानी सीढ़ी से नीचे उतरता है तो घाट को खतरनाक घोषित किया जाएगा। जिलाधिकारी के नेतृत्व में प्रशासन की टीम बुधवार को आश्रम घाट, बालूघाट एवं अन्य घाटों का निरीक्षण कर आगे का निर्णय लेगी।

पहली बार नदी घाट से वंचित हो सकते हैं शहरवासी

स्थानीय लोगों की मानें तो पहली बार पानी छठ पूजा के समय उफान मार रहा है। यदि घाट पूजा के लायक नहीं हो सका तो 30 हजार से अधिक परिवारों को घर या मोहल्ले में घाट बनाने होंगे। मोहल्लेवासी समूह बनाकर खाली जमीन पर कृत्रिम घाट का निर्माण कराएं ताकि उन्हें पूजा के दिन परेशानी नहीं हो सके।

पोखर व तालाबों पर दबाव

नदी घाटों को लेकर ऊहापोह की स्थिति में शहर के बचे पोखर-तालाबों पर छठव्रतियों का दबाव बढ़ेगा। इसको निगम प्रशासन पूरी तरह से तैयार बैठा है। साहू पोखर, तीन पोखरिया, पड़ाव पोखर, रामदयालु कॉलेज पोखर, विश्वविद्यालय पोखर, पूजा मार्केट पोखर आदि पर लोगों की नजर है। पोखरों पर जुटने वाली भीड़ को देखते हुए नगर आयुक्त ने उनकी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.