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डकैत गिरोह का पर्दाफाश, छह धराए

जेएनएन, मुजफ्फरपुर/औराई : औराई थाना क्षेत्र में शनिवार की रात हुई डकैती एवं दुष्कर्म के मामले में वि

By Edited By: Published: Wed, 22 Oct 2014 03:21 AM (IST)Updated: Wed, 22 Oct 2014 03:21 AM (IST)
डकैत गिरोह का पर्दाफाश, छह धराए

जेएनएन, मुजफ्फरपुर/औराई : औराई थाना क्षेत्र में शनिवार की रात हुई डकैती एवं दुष्कर्म के मामले में विशेष पुलिस टीम ने गिरोह का पर्दाफाश कर आधे दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को पुलिस ऑफिस में प्रेस वार्ता कर एसएसपी रंजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि लूटे गए दो मोबाइल और कैश की बरामदगी की गई है। उन्होंने कहा कि दो दिनों के अंदर चार्जशीट दायर कर सभी के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी। एसएसपी ने कहा कि गिरोह में शामिल सभी अपराधियों के बारे में पता चल गया है। अन्य तीन की गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है। छापेमारी में पूर्वी डीएसपी एम. अहमद, औराई थानाध्यक्ष रामाश्रय यादव समेत अन्य शामिल थे।

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ये हैं गिरफ्तार डकैत

गिरफ्तार अपराधियों में कटरा इलाके के मनोहर पासवान, पवन पासवान, कमलेश पासवान और कन्हैया सिंह तथा औराई इलाके के जयप्रकाश पासवान व कुंदन सिंह शामिल हैं। इसके अलावा फरार तीन की भी पहचान कर ली गई है। देर शाम सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

अपराधियों ने कबूली संलिप्तता

गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के समक्ष डकैती की घटना में संलिप्तता स्वीकार की है। नयागांव का कमलेश पासवान सभी को बुलाकर लाया था। कहा कि एक कांड करना है। एक बाइक पर सवार होकर चार लोग पवन पासवान के यहा पहुंचे। खाना पीना करते हुए रात दस बज गए। फिर ग्यारह बजे नौ आदमी वहां पहुंचे व घटना को अंजाम दिया।

छठ पर चंडीगढ़ से लौटे थे

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि गिरफ्तार अपराधियों मे से कुछ चंडीगढ़ से कमाई कर छठ पर्व में घर आए थे। इसी बीच योजना के तहत इन लोगों ने डकैती को अंजाम दे डाला।

.. और दी थी सिपाही परीक्षा

डाका को अंजाम देने के बाद मनोहर व पवन सिपाही की परीक्षा में भी शामिल हुआ। सेंटर बनारस बैंक चौक स्थित एक स्कूल में था। पूछताछ में यह भी पता चला है कि कमलेश व जयप्रकाश का आपस में साला-बहनोई का रिश्ता भी है।

नक्सली अवधेश का है पुत्र

पूर्व में नक्सली रहे अवधेश पासवान का पुत्र मनोहर पासवान है। अवधेश ने समर्पण कर दिया था। वहीं मनोहर का बड़ा भाई सुरेश पासवान भी पूर्व से ही एक हत्या के मामले में जेल में बंद है। गिरोह में शामिल सभी डकैत नई उम्र के हैं। इनका कोई संगठित गिरोह नहीं है।


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