शिक्षक बहाली को लेकर दो गुट भिड़े
जासं, मुजफ्फरपुर : जिला स्कूल में जिप माध्यमिक शिक्षक बहाली में दो गुट आपस में भिड़ गए। एक गुट बहा
जासं, मुजफ्फरपुर : जिला स्कूल में जिप माध्यमिक शिक्षक बहाली में दो गुट आपस में भिड़ गए। एक गुट बहाली की प्रकिया पूरा करने के पक्ष में था तो दूसरा अनियमितता एवं मनमानी का आरोप लगाकर इसका विरोध कर रहा था। दोनों गुटों में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। स्थिति मारपीट तक पहुंच गई। किसी तरह मामले को शांत कराने के बाद बहाली की प्रक्रिया को रद कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों से पहुंचे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने बहाली प्रकिया शुरू होते ही विरोध करना प्रारंभ कर दिया। शिविर में काफी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद थे। इंद्रदेव सुमन, दीपक कुमार, रामनुज कुमार, अजय मिश्रा, हरिओम कुमार, समर कुमार, अमित कुमार, विनय कुमार, विजय कुमार, नवीन कुमार आदि ने आरोप लगाया कि नियोजन को लेकर पटना में धरना-प्रदर्शन के बाद शिक्षामंत्री ने आश्वासन दिया था कि सभी छूटे हुए अभ्यर्थियों का नियोजन किया जाएगा। मगर यहां आने पर पता चला कि उच्च मेधा अंक वाले का ही नियोजन किया जा रहा है। नियमानुसार जितने मेधा अंक पर बहाली हो चुकी थी उससे नीचे अंक वाले अभ्यर्थियों की इसमें बहाली होनी थी। मगर ऐसा नहीं किया जा रहा था। इनका आरोप था कि सामाजिक विज्ञान में 82 फीसद एवं शारीरिक शिक्षा में 65 फीसद अंक वाले तक की बहाली हो चुकी थी। मगर इस नियोजन शिविर में भी उन्हें ही मौका दिया जा रहा था। अभ्यर्थियों का आरोप था कि अन्य जिले में नियोजित होने के बाद भी कई इस शिविर में पहुंचे। ऐसे अभ्यर्थी दो से तीन सौ रुपये कार्यालय को देकर एसटीईटी का प्रमाणपत्र लेकर नियोजन शिविर में शामिल हो जाते हैं। इससे भी हकमारी हो रही है। वहीं मेधा सूची में शामिल अभ्यर्थियों ने बहाली की प्रकिया पूरी करने का दबाव बनाया। प्रभारी डीईओ मदन राय ने पूरी जानकारी से डीडीसी का अवगत कराया। मौके पर पहुंचे डीडीसी ने छात्रों को शांत कराते हुए नियमानुसार व निर्देशानुसार ही बहाली का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार से निर्देश मांगा जाएगा।
- 239 पदों को होनी थी बहाली
जिला परिषद माध्यमिक स्कूलों में विभिन्न विषयों में करीब 239 पदों पर बहाली होनी थी। हिंदी में 46, अंग्रेजी में 51, संस्कृत में 35, विज्ञान में 17, गणित में 46, सामाजिक विज्ञान में 21, शारीरिक शिक्षक में 5 व उर्दू फारसी में 18 शिक्षकों की बहाली होनी थी।