प्रोजेक्ट के लिए आए दर्जनों प्रस्ताव
जासं, मुजफ्फरपुर : डीएसटी प्रोजेक्ट के लिए बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को दर्जनों प्रस्ताव मिले हैं। य
जासं, मुजफ्फरपुर : डीएसटी प्रोजेक्ट के लिए बीआरए बिहार विश्वविद्यालय को दर्जनों प्रस्ताव मिले हैं। यह पहला मौका है जब बड़ी संख्या में विज्ञान शिक्षक शोध के लिए आगे आए हैं।
सीनेट हॉल में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन गुरुवार को डेढ़ सौ से अधिक शिक्षकों ने प्रस्ताव के फॉर्मेट लिए। अंतिम दिन जन्तु विज्ञान, भूगोल एवं गृह विज्ञान के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने व्यक्तिगत प्रोजेक्ट के साथ फिस्ट योजना की जानकारी ली। विकास अधिकारी डॉ. कल्याण कुमार झा ने कार्यशाला को सफल बताते हुए कहा कि रिसर्च प्रोजेक्ट के क्षेत्र में शिक्षकों के रूझान से नई आस जगी है। दो दर्जन प्रोजेक्ट जमा हुए हैं। अन्य शिक्षकों को भी हर हाल में 20 अक्टूबर के पहले साफ्ट कॉपी के साथ कम से कम एक हार्ड कॉपी में प्रस्ताव देने के लिए कहा गया है। कहा, योजना की अंतिम तिथि खत्म हो गई थी। लेकिन, कुलपति डॉ. पंडित पलांडे के आग्रह पर डीएसटी ने 31 अक्टूबर तक प्रोजेक्ट प्रस्ताव जमा करने का आखिरी मौका दिया है। काफी कम समय मिलने के बावजूद विवि के पीजी विभागों के साथ अंगीभूत व संबद्ध महाविद्यालयों से प्रस्ताव आए हैं। 18 को मॉनिटरिंग कमेटी, पीजी विभागाध्यक्ष व पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन देने वाले विशेषज्ञों की कुलपति के साथ बैठक होगी, जिसमें प्रस्ताव की समीक्षा की जाएगी। कार्यशाला में शामिल होने वाले शिक्षकों को प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। कार्यशाला में जन्तु विज्ञान व गृह विज्ञान के शिक्षकों को विभाग के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र प्रसाद सिंह, डॉ. एसएनपी सिंह, रिसर्च मॉनिटरिंग कमेटी के संयोजक डॉ. संतोष कुमार, डॉ. संजय कुमार, डॉ. आरपी यादव, डॉ. पंकज कुमार आदि ने प्रोजेक्ट प्रस्ताव की बारीकियों से अवगत कराया।