दैनिक मजदूरी मात्र 75 रुपये!
मुजफ्फरपुर, संस : आज के समय में जहां एक तरफ महंगाई चरम पर है, वहां एक श्रमिक की दैनिक मजदूरी मात्र 75 रुपये। यह लोगों को सोचने पर विवश करती है। मगर यह सच है। गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर सीएस कार्यालय का घेराव करने पहुंचे नियमित टीकाकरण कूरियर सेवकों ने अपनी व्यथा रखी। इसके पूर्व वे लोग अस्पताल रोड स्थित संघ भवन से चलकर सदर अस्पताल पहुंचे। वहां बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदर्शन किया। नेतृत्व कर रहे संघ के जिला मंत्री डॉ.राम ललित सिंह, कूरियर संघर्ष समिति के संयोजक सह जिला मंत्री मधुरेश कुमार आदि नेताओं ने कहा कि सरकार के नियमित टीकाकरण व मुस्कान कार्यक्रम में अहम भूमिका के बावजूद पारिश्रमिक काफी कम है। भुगतान भी ससमय नहीं हो पाता है। यदि हुआ भी तो कार्यालय में कई चक्कर लगाने पड़ते हैं या फिर चढ़ावा देना पड़ता है।
उन्होंने सरकार के नाम अपना मांग-पत्र भी सौंपा। मौके पर अध्यक्ष दिलीप कुमार शाही, योगेन्द्र ठाकुर, श्रीकांत चौधरी, अंजनी कुमार, जयमंगल, अमरेन्द्र कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, मो.रिजवान, नीलमणि, शुभम, शत्रुघ्न आदि थे।
ये रही मांगें
- हो स्थाई नियुक्ति
- दस हजार रुपये मासिक पारिश्रमिक का हो भुगतान
- पीएचसी मुख्यालय से टीकाकरण केन्द्र तक वैक्सिन कैरियर की ढुलाई के लिए सभी कूरियर सेवकों को मिले साइकिल, रखरखाव को मिले दो सौ रुपये मासिक
- धूप व बारिश से बचाव को मिले रेनकोट और छाता
- कूरियर सेवक व उसके आश्रितों को मिले मुफ्त चिकित्सा सुविधा
- कूरियर सेवकों को बीपीएल योजनान्तर्गत हो खाद्यान्न की आपूर्ति
- पीएचसी स्तर पर हो विश्राम-गृह की व्यवस्था
- सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजनाओं में कार्य करने की मिले अनुमति, पारिश्रमिक भुगतान की हो व्यवस्था।