औराई विधायक के पेट्रोल पंप फूंकने में शामिल थे नक्सली
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : विशेष पुलिस टीम के हत्थे चढ़ी युवती समेत दो नक्सलियों ने संगठन से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया है। दो दिवसीय विशेष अभियान में जिला पुलिस को मिली दोहरी सफलता के बाद सोमवार को एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि गिरफ्तार दोनों नक्सली संगठन की सक्रिय सदस्य हैं। नक्सलियों ने औराई विधायक रामसूरत राय के पेट्रोल पंप फूंकने से लेकर कई विध्वंसक घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकारी है। पकड़ाई युवती कमांडों के साथ हथियार चलाने का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी है। वह गुरिल्ला दस्ते के लिए विशेष काम करती थी।
सूचना मिली कि औराई इलाके में विध्वंसक घटना के लिए दोनों जुटे थे। सूचना के आलोक में कार्रवाई कर दोनों को धर दबोचा गया।
रेलवे ट्रैक पर विस्फोट
कर फैलाई थी दहशत
हथौड़ी में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर बम विस्फोट कर दहशत फैलाना, बोचहां में कंस्ट्रक्शन कंपनी के जेसीबी फूंकने, कर्मचारी को गोली मारने, मीनापुर में ट्रक जलाने, सकरा में कंस्ट्रक्शन कंपनी पर लेवी नहीं देने के विरोध में हमला, वाहनों को आग के हवाले करना, प्रखंड मुख्यालयों पर पोस्टर चिपकाना समेत कई विध्वंसक घटनाओं में इनकी संलिप्तता सामने आई हैं। इसके अलावा दूसरे जिले में भी नक्सली वारदात में शामिल होने की बात सामने आई है।
ठिकाने से मिले हथियार
के साथ नक्सली साहित्य
एसएसपी के निर्देश पर एएसपी ऑपरेशन राणा ब्रजेश के नेतृत्व में डीएसपी पूर्वी एम अहमद, बोचहां थानाध्यक्ष शंभू भगत, मीनापुर मदन कुमार सिंह, औराई थानाध्यक्ष रामाश्रय यादव समेत एसएसबी, एसटीएफ के जवानों ने औराई इलाके के किरथपुर में नाकेबंदी कर दोनों नक्सलियों को धर दबोचा। पूछताछ में दोनों की पहचान मोतिहारी राजेपुर क ब्यूटी और सीतामढ़ी रुन्नीसैदपुर के संजय पटेल उर्फ संजय आजाद के रूप में हुई है।
शामिल किशोरियों का शोषण
दस्ते में शामिल सदस्यों द्वारा कम उम्र की किशोरियों को झांसा देकर उसे संगठन से जोड़ा जाता था। फिर उसका संगठन के सदस्य यौन शोषण भी करते थे। महिला पुलिसकर्मी द्वारा हुई पूछताछ में गिरफ्तार युवती ने उक्त बातें बताई। डर के मारे किशोरी इसका विरोध नहीं करती थी। पुलिस का कहना है कि मेडिकल
जांच के साथ उम्र की भी जांच कराई जाएगी।
नक्सली लीडर रत्नाकर
के इशारे पर होता काम
नक्सलियों के लीडर रत्नाकर उर्फ देवेंद्र सहनी के इशारे पर ये दोनों काम करते थे। संजय ने बताया कि वह दिल्ली मजदूरी करने गया था। वहां से लौटने के बाद अपराधियों के संपर्क में आ गया और क्राइम करने लगा। इसी बीच नक्सली रत्नाकर के संपर्क में आया और संगठन से जुड़कर नक्सली वारदातों को अंजाम देने लगा। वह फेंकू राय समेत कई की हत्या में शामिल रहा हैं।