दवा व्यवसायी की मौत पर भड़के लोग
सकरा (मुजफ्फरपुर), संस.: सकरा थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय उच्च पथ 28 स्थित जगदीशपुर बजनगरी निवासी शुभम मेडिकल स्टोर्स के मालिक मनोज कुमार मिश्र उर्फ मुन्ना मिश्र की इलाज के दौरान मौत हो गई। रविवार को स्थानीय लोगों का आक्रोश भड़क उठा। सुबह से ही ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि निर्दोष की गोली मारकर कर हत्या दी। सकरा पुलिस ने अब तक अपराधियों को नहीं पकड़ा। सकरा थाने के साथ पुलिस महकमे के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। उग्र लोग वरीय अधिकारी के आने की मांग कर रहे थे।
हालांकि मौके पर पहुंचे सकरा थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार सिंह लोगों को शांत करने की पहल कर रहे थे। लेकिन उनकी बातों को सुनने के लिए लोग तैयार नहीं थे।
अनियंत्रित स्थिति पर आए कई
अनियंत्रित स्थिति की सूचना पर मौके पर पहुंचे डीसीएलआर पूर्वी, सकरा बीडीओ महेंद्र साह, अंचलाधिकारी डॉ. अरुण कुमार, विधायक सुरेश चंचल, प्रमुख अनिल कुमार राम, पूर्व प्रमुख डॉ.श्याम कुमार, मुखिया मनोज कुमार रजक, मुखिया राजेश कुमार ललन, पूर्व मुखिया शत्रोधन मिश्र, शिव कुमार झा के साथ ग्रामीणों की बैठक हुई। ग्रामीणों ने मांग की कि विधवा को नौकरी मिले और अपराधियों की गिरफ्तारी हो। डीसीएलआर व प्रमुख ने आश्वासन दिया कि विधवा को आंगनबाड़ी सेविका के पद पर बहाल किया जाएगा। विधायक व प्रमुख के आश्वासन पर जाम हटा।
गांव में शव पहुंचते
पसरा मातमी सन्नाटा
दवा व्यवसायी का शव जैसे ही गांव पहुंचा, घर पर हुजूम इकट्ठा हो गया। विधवा रंजू व भाभो रेखा व बबीता का हाल बेहाल था।
आखिर क्यों मारी गई गोली ?
जब गोलीबारी की सूचना देर रात्रि परिजनों को मिली तो गांव में कोहराम मच गया। युवा दवा व्यापारी को गोली मारने की घटना किसी के गले नहीं उतर रही थी। आखिर गोलीबारी की घटना क्यों हुई? इसका जवाब किसी के पास नहीं था।
घटनाक्रम एक नजर में
22 जुलाई 2014 : दवा दुकानदार मनोज कुमार मिश्र को गोली मारी
23 जुलाई : चिंताजनक स्थिति में पटना रेफर।
26 जुलाई : रात्रि दस बजे इलाज के दौरान हुई मौत
27 जुलाई : सुबह सात बजे से सिहो चौक पर जाम व प्रदर्शन।
27 जुलाई : सुबह 10:30 बजे थानाध्यक्ष जाम स्थल पर पहुंचे।
27 जुलाई : दोपहर 4:15 बजे आश्वासन व मशक्कत पर जाम छूटा।
27 जुलाई : 5:00 बजे दाह संस्कार की तैयारी शुरू।