बहुआयामी था ललिता सिन्हा का व्यक्तित्व
जासं, मुजफ्फरपुर : ललिता सिन्हा का व्यक्तित्व बहुआयामी था। उन्होंने शिक्षा के विकास के लिए बहुत यत्न किए। ये बातें दर्शनशास्त्र की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. शैल कुमारी सिंह ने एमडीडीएम कॉलेज में गुरुवार को पूर्व कुलपति के निधन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कही।
प्राचार्य डॉ.निर्मला सिंह ने कहा कि स्त्री शिक्षा के लिए उन्होंने इस संस्थान को व्यापक आयाम दिया। मौके पर पूर्व प्राध्यापक डॉ.राजनारायण राय, डॉ.मीना दत्ता, डॉ.रेणु वर्मा, डॉ.सुनयना राय, डॉ.उषा कुमारी दास, डॉ.सुषमा सिन्हा, इन्द्र कुमार दास, विजय कुमार आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन डॉ.पूनम सिंह ने किया। मौके पर शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी व छात्राएं उपस्थित थी। उधर, आरडीएस कॉलेज में प्राचार्य डॉ.एसपी सिन्हा की अध्यक्षता में शोक सभा हुई। मौके पर डॉ.अरुण कुमार सिंह, डॉ.व्यास मिश्रा, डॉ.अनिल शर्मा, डॉ.रमेश प्रसाद गुप्ता, डॉ.सत्येन्द्र प्रसाद सिंह, डॉ.गौरीनाथ ठाकुर, डॉ.विकास नारायण उपाध्याय, डॉ.आरए नसिमी, डॉ.विवेकानंद तिवारी, डॉ.सीएस राय, डॉ.श्यामबाबू शर्मा आदि उपस्थित थे।