निगम :: निगमकर्मियों का प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : मौसम एवं लोकसभा चुनाव की तपिश के बीच नगर निगम की राजनीति भी गरमा गई है। एक ओर जहां वार्ड पार्षद लोकसभा चुनाव में अपनी जमीन तलाशने में व्यस्त हैं वहीं नगर निगम के कर्मचारियों ने पार्षदों पर शोषण का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को नगर निगम कर्मचारी संघ के बैनर तले निगमकर्मियों ने निगम कार्यालय पर प्रदर्शन किया और धरना के माध्यम से पार्षदों को अपने दायरे में रहने की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान वार्ड 45 के पार्षद दीपलाल राम मुख्य रूप से कर्मचारियों के निशाने पर रहे। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वार्ड 45 के सभी कर्मचारी पार्षद के रिश्तेदार हैं। अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर वह वार्ड में मनमानी करते हैं। जब भी उनके रिश्तेदारों के हितों को क्षति पहुंचती है तो वे निगमकर्मियों पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर उनको परेशान करते हैं। संघ ने नगर आयुक्त से उनके रिश्तेदारों को अन्य वार्डों में स्थानांतरित करने की मांग की है। प्रदर्शन के उपरांत कर्मचारियों ने कार्यालय पर धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए बिहार लोकल बॉडीज इम्पलाइज फेडरेशन के महामंत्री उमेश्वर ठाकुर ने कहा कि निगम कर्मचारी नगर आयुक्त के प्रति जवाबदेह हैं, लेकिन नियम-कानून को ताक पर रख उनकों पार्षदों के अधीन कर दिया गया है। कर्मचारियों ने कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर निगम प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो बाध्य होकर कर्मचारी पार्षद के पास जाकर हाजिरी बनाना बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि जनरल असेसमेंट को लेकर कर्मचारियों पर पार्षदों द्वारा अपने निजी लाभ के लिए गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि निगम प्रशासन ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे बाध्य होकर हड़ताल पर चले जाएंगे। बाद में एक प्रतिनिधि मंडल नगर आयुक्त से मिला और अपनी मांगों को रखा। नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि अभी महापौर बाहर हैं। उनके आने पर उनकी मांगों को लेकर विमर्श किया जाएगा। धरना को संघ के क्षेत्रीय मंत्री अशोक कुमार ंिसह, जिला संघ के अध्यक्ष विजय कुमार, मंत्री सतेंद्र प्रसाद सिंह, नूर आलम, अमरेंद्र कुमार सिन्हा आदि ने संबोधित किया।