नियोजन इकाईयों पर प्राथमिकी दर्ज कराने में बरती जा रही लापरवाही
[मनीष कुमार], मुंगेर : शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय पदाधिकारी विभागीय प्रधानसचिव के ओदश को ठ
[मनीष कुमार], मुंगेर : शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय पदाधिकारी विभागीय प्रधानसचिव के ओदश को ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं। निर्धारित समय तक शिक्षक नियोजन से संबंधित मेधा सूची नहीं सैंपने वाली नियोजन इकाईयों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं कराने से इस बात को और अधिक बल मिल रहा है। आखिर क्यों नहीं विभागीय अधिकारी किसी नियोजन इकाई पर प्राथमिकी दर्ज करवा रहे हैं अथवा उन्हें ऐसा करने से कौन रोक रहा है, यह जांच का विषय है। मालूम हो कि विभागीय प्रधानसचिव ने एक आदेश जारी कर जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को यह आदेश दिया था कि 9 अगस्त के पूर्व मेधा सूची नहीं सौंपने वाली नियोजन इकाईयों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाय। बतातें चलें कि निर्धारित अवधि पूरा होने तक जिले की 113 नियोजन इकाईयों में से 38 नियोजन इकाईयों ने शिक्षकों के नियोजन से संबंधित मेधा सूची जिला शिक्षा विभाग कार्यालय कों नहीं सौंपी थी। लेकिन इस मियाद के पूरा होने के एक पखवाड़ा पूरा हो जाने के वाबजूद अभी तक विभाग की ओर से एक भी नियोजन इकाईयों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करवाई जा सकी है। इसे विभागीय शिथिलता नहीं तो और क्या कहा जा सकता है। सवाल यह उठता है कि वह कौन सा कारण है कि विभागीय अधिकारी नियोजन इकाई पर प्राथमिकी दर्ज कराने में हिचकिचा क्यों रहे हैं। वर्तमान समय में भी धरहरा की आठ, मुफसिल की पांच एवं हवेली खड़गपुर की एक नियोजन इकाई के द्वारा मेधा सूची विभाग को उपलब्ध नहीं कराया गया है। मेधा सूची उपलब्ध नहीं कराने वाली नियोजन इकाईयों में सारोबाग, माताडीह, शिवकुंड, बाहाचौकी, औड़ा बगीचा, अमारी, महगामा, महरना, टीकारामपुर, मय, कटरिया, कुतलुपुर, महुली, तथा मुढ़री शामिल है।