डीएम अंकल जरा इधर भी ध्यान दीजिए ....
मुंगेर। दिन के 11.30 बजे हैं। मौसम का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस है। लू ने भी रंग दिखाना शुरू कर द
मुंगेर। दिन के 11.30 बजे हैं। मौसम का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस है। लू ने भी रंग दिखाना शुरू कर दिया है। शहर की सड़कों पर चल रहे लोग के पसीने से लथपथ दिख रहे हैं। लू बदन को झुलसा दे रही है। लू के थपेड़ों से बचने के लिए सड़क पर आ-जा रहे लोगों ने गमछे या तौलिया से अपने सिर व मुंह को ढ़ंक रखा है। तीखी धूप व लू ने लोगों को घर से निकलना दुश्वार कर दिया है। लाचारी में ही कोई घर से बाहर कदम रख रहा है। चैत की इस भीषण गर्मी ने लोगों के तन को आकुल और मन को व्याकुल कर दिया है। गर्मी के इस मौसम में सर्वाधिक परेशानी घरेलू महिलाओं को हो रही है। उन्हें इस तपते मौसम में रसोई घर में खाना पकाते हुए पसीने से लथपथ होना पड़ रहा है। स्कूल में अभी गर्मी की छुट्टी नहीं हुई है। बच्चे सुबह में स्कूल जा रहे हैं। स्कूल में साढ़े ब्यारह बजे छुट्टी हो रही है। इसलिए मासूम बच्चों को तीखी धूप व लू के थपेड़ों को झेलते हुए घर वापस लौटना पड़ रहा है। घर में कदम रखते ही बच्चे पहले ठंडा पानी पीकर प्यास बुझाते है।
विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र शिवेश, अंकुर, रोहित, अमित, श्रेया, अमिषा, कार्तिक, राजकिशोर, अमर, सौम्या, हनी, पायल, मनीष, आकांक्षा, निहारिका आदि ने बताया कि सुबह में स्कूल जाने में अच्छा लग रहा है। लेकिन दोपहर में तीखी धूप में घर लौटने में हालत खराब हो जा रही है। भूख भी लगी होती है। प्यास भी सताती हैं पता नहीं स्कूल में गर्मी छुट्टी कब होगी? डीएम अंकल कब आदेश करेंगे । हम तो चाहते हैं कि जल्द स्कूल बंद हो जाए।